मैनपुरी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) में पहली बार विधानसभा चुनाव (UP chunav) लड़ रहे समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के लिए वोट की अपील करने के लिए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) करीब तीन साल बाद चुनावी मैदान में उतरे. अखिलेश यादव के पिता और पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam yadav) ने गुरुवार को मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट (Karhal) से वोट की अपील की और किसानों, नौजवानों एवं व्यापारियों को देश के विकास के लिए मजबूत स्तंभ करार दिया. सभा के दौरान जब मुलायम सिंह यादव मंच से प्रचार कर रहे थे, तब एक वक्त ऐसा भी आया कि वह न केवल अखिलेश यादव के लिए वोट मांगने की अपील करना भूल गए, बल्कि करहल से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सपा अध्यक्ष का नाम तक भूल गए.
दरअसल, मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव लड़ रहे अखिलेश यादव के प्रचार के लिए गुरुवार को पहली बार समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav In Karhal) भी मैदान में उतरे. उन्होंने करहल में जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव के लिए वोट मांगा. लंबे समय बाद चुनावी सभा में आए मुलायम यादव के जोश में कोई कमी नहीं थी, लेकिन उनकी आवाज में अब उम्र का असर जरूर दिखा. नेताजी ने किसानों, नौजवानों और व्यापारियों की तरक्की को देश की मजबूती के लिए जरूरी बताया. हालांकि, इस दौरान वह अखिलेश को जितवाने की अपील करना भूल गए और भाषण को खत्म करने लगे तो धर्मेंद्र यादव को उन्हें याद दिलाना पड़ा.
मुलायम सिंह यादव का पूरा भाषण किसानों, व्यापारियों और नौजवानों पर केंद्रित रहा. उन्होंने कई बार दोहराया कि सपा सरकार इनके लिए काम करेगी, क्योंकि इनकी खुशहाली से ही देश मजबूत होगा. जनता को आभार जताते हुए मुलायम सिंह यादव अपने भाषण को खत्म करने की ओर बढ़ने लगे तो पास में ही खड़े सांसद धर्मेंद्र यादव ने एक पर्ची पकड़ाते हुए उनके कान में कहा-वोट मांगिए. यह सुनकर खुद मुलायम सिंह यादव और आसपास खड़े सभी लोग हंसने लगे. इतना ही नहीं, मुलायम सिंह यादव एक पल के लिए करहल के प्रत्याशी और अपने बेटे अखिलेश का नाम भी भूल गए और कहा कि जो भी यहां उम्मीदवार हैं, उन्हें जिता देना. सांसद धर्मेंद्र ने फिर उनकी मदद की तो मुलायम सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश यादव को भारी मतों से जिता देना.
मुलायम सिंह यादव ने यहां भारी जनसैलाब के बीच चुनावी सभा में कहा कि सपा की नीतियां हैं कि किसानों को प्राथमिकता दी जाए, खाद बीज और सिंचाई का साधन उपलब्ध कराया जाए. पैदावार बढ़ेगी तो किसानों की हालत सुधरेगी. व्यापारियों को भी सुविधा दी जाए ताकि वह किसानों की पैदावार खरीदे. लाखों नौजवानों को नौकरी-रोजगार दिलाने की जरूरत है. किसान नौजवान और व्यापारी ये तीन मिलकर ही देश को मजबूत बनाएंगे. करहल में आयोजित सभा में उमड़ी भारी भीड़ को देखकर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव बेहद गदगद दिखे. उन्होंने अपने भाषण में कई बार भारी भीड़ का जिक्र करते हुए कहा कि लाखों लोग उम्मीद के साथ यहां आए हैं. उन्होंने भरोसा दिया कि सपा लोगों की उम्मीदों को टूटने नहीं देगी.
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