BCCI chief Sourav Ganguly wants Ajinkya Rahane and Cheteshwar Pujara to play Ranji Trophy team India | विराट नहीं, इन 2 प्लेयर्स को जरा पसंद नहीं करते सौरव गांगुली! करना चाहते हैं टीम से बाहर

admin

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नई दिल्ली: टीम इंडिया (Team India) को हाल ही में साउथ अफ्रीका दौरे पर दो सीरीज में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था. पहले टीम इंडिया टेस्ट सीरीज 2-1 से हार गई, वहीं इसके बाद भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में 3-0 से हारी. बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) इस चीज से ज्यादा खुश नहीं हैं और उन्होंने कुछ खिलाड़ियों को अब टीम से बाहर करने तक के संकेत दे दिया है. 
इन दो प्लेयर्स को बाहर करना चाहते गांगुली
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को उम्मीद है कि सीनियर टेस्ट खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में खेलेंगे और ढेर सारे रन बनाएंगे. जनवरी में साउथ अफ्रीका से 2-1 की सीरीज हारने में, रहाणे और पुजारा छह पारियों में केवल 136 और 135 रन बनाए थे. दोनों पर टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाए रखने का दबाव होने के कारण रणजी ट्रॉफी की बहाली श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों से ठीक पहले हुई है.
पहले रणजी खेलने के लिए कहा
गांगुली (Sourav Ganguly) को स्पोर्टस्टार के हवाले से कहा, ‘हां, वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं. उम्मीद है वे रणजी ट्रॉफी में वापस आएंगे और बहुत सारे रन बनाएंगे, जो मुझे यकीन है कि वे करेंगे. इसमें मुझे कोई समस्या नहीं दिख रही है.’ भारत के पूर्व कप्तान गांगुली ने कहा, ‘रणजी ट्रॉफी एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट है और हम सभी ने टूर्नामेंट खेला है. इसलिए, वे भी वहां वापस जाएंगे और प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने अतीत में टूर्नामेंट खेला है, जब वे केवल टेस्ट क्रिकेट खेल रहे थे और वनडे या सीमित ओवरों की टीम का हिस्सा नहीं थे. इसलिए, यह कोई समस्या नहीं होगी.’
स्थगित हुई थी रणजी ट्रॉफी
गांगुली (Sourav Ganguly) ने स्वीकार किया कि 2021/22 सीजन में होने वाली रणजी ट्रॉफी को कराना चुनौती थी, क्योंकि तीसरी लहर ने इसे 13 जनवरी से स्थगित कर दिया था. उन्होंने कहा, ‘जाहिर है, हम रणजी ट्रॉफी के एक साल से चूक गए. यह भारत में सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है और हम हमेशा इसे आयोजित करना चाहते थे. लेकिन दुनिया ने पिछले दो सालों में जो देखा है, मुझे नहीं लगता कि यह किसी के जीवनकाल में हुआ है.’



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