नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा मामले पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई होनी है. शीर्ष अदालत ने मामले पर सुओ-मोटो यानि स्वत: संज्ञान लिया है. बुधवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi), प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता मृतक किसानों के परिवारों से मुलाकात करने पहुंचे. इधर, राज्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी भी राजनीतिक दलों को घेरा है और राज्य में ‘दंगे भड़काने’ की योजना बनाने के आरोप लगाए हैं.
बुधवार शाम, राहुल और प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी पहुंचे थे. उम्मीद की जा रही है कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी किसानों के परिवारों से मुलाकात कर सकते हैं. इसी बीच राज्य सरकार ने आरोप लगाए कि लखीमपुर हिंसा समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की एक ‘संयुक्त साजिश’ है, जो ‘उत्तर प्रदेश में दंगा भड़काना चाहते हैं’. इस घटना में कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी. गुरुवार, 7 अक्टूबर को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमन्नी के अगुवाई में एपेक्स कोर्ट की बेंच लखीमपुर खीरी मामले की सुनवाई करेगी.
राज्य मंत्री सुरेश राणा ने कहा, ‘चुनावों को नजदीक देखते हुए दोनों एसपी और कांग्रेस ने राज्य में दंगों की योजना बनाई है. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सतर्कता और अच्छे फैसलों ने ऐसी योजनाओं को नाकाम कर दिया है. कांग्रेस कार्यकर्ता गुरमनीत सिंह और अखिलेश यादव के करीबी तेजिंदर सिंह विर्क के भड़काऊ भाषण के वीडियो इस साजिश के सबूत हैं. न्यायिक जांच जल्द ही विपक्ष की साजिश का पर्दाफाश कर देगी. मामले की संवेदनशीलता और किसानों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जल्द ही सब साफ हो जाएगा.’
बीजेपी ने दावा किया है कि उनके पास घटना से ठीक पहले भड़काऊ भाषण देने वाले दो लोगों के वीडियो हैं. मारे गए तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवारों की तरफ से दर्ज कराए गए मामलों में विर्क को भी नामित किया गया है. बीजेपी ने दावा किया है कि विर्क के तार समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं. फिलहाल, विर्क गंभीर रूप से घायल हैं और उनका अस्पताल में उनका इलाज जारी है.
राणा ने कहा कि कांग्रेस और सपा सरकारों का क्रमश: 1984 जैसे सिख विरोधी दंगे और मुजफ्फरनगर दंगे फैलाने का इतिहास है. उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले से तय सभी कार्यक्रम रद्द कर दिया और रविवार को पूरी रात जागकर हर घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखी. उन्होंने लखीमपुर मामले में शानदार नेतृत्व दिखाया है.’ उन्होंने कहा कि इसके चलते अब लखीमपुर स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है और सभी सरकार की कार्रवाई से सभी किसान संतुष्ट हैं. राणा ने कहा, ‘लेकिन अपनी राजनीति को असफल होता देख सपा और कांग्रेस बेहूदा बयान दे रहे हैं.’पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
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