नोएडा: बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किए गए आतंकी हमले ने पूरे देश को आक्रोश से भर दिया है. हर भारतीय अब बदले की मांग कर रहा है. इस पर लोकल 18 की टीम ने 1971 के युद्ध में अदम्य साहस दिखाकर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के परिवार को पाकिस्तानी सेना के चंगुल से छुड़ाने वाले वीर योद्धा, रिटायर्ड कर्नल अशोक कुमार तारा से बातचीत की. उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं और अपने अनुभव और सोच को लोकल 18 की टीम के साथ साझा किया.
इस्लामिक कट्टरता को बढ़ावा देने का था प्रयास
रिटायर्ड कर्नल अशोक कुमार तारा ने कहा कि यह जो हरकत पाकिस्तान ने की है. वह इंसानियत का खून है. इस हमले के जरिए न केवल आतंक फैलाने की कोशिश की गई. बल्कि इस्लामिक कट्टरता को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया गया है. पाकिस्तान की मंशा साफ है कि वह भारत को चुनौती देना चाहता है, लेकिन इस बार हमारे प्रधानमंत्री ने जो एक्शन लिया है, वह पहले से कहीं ज्यादा स्ट्रांग और सराहनीय है.
इतनी ठोस प्रतिक्रिया पहली बार देखी
उन्होंने कहा कि पहले भी पाकिस्तान से भारत की कई लड़ाइयां हुई हैं, लेकिन कभी भी इतनी ठोस प्रतिक्रिया नहीं देखने को मिली थी. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडस वॉटर ट्रीटी को रद्द कर एक स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत अब झुकने वालों में से नहीं है. कर्नल तारा ने कहा कि यह कदम पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है और आने वाले समय में इससे उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति और अधिक खराब होगी.
बड़े कदम से पहले अंतराष्ट्रीय समीकरण को समझना जरूरी
रिटायर्ड कर्नल अशोक कुमार तारा ने यह भी स्पष्ट किया कि यह लड़ाई केवल भारत और पाकिस्तान के बीच सीमित नहीं रही है. अब वैश्विक शक्तियां भी इसमें अपनी भूमिका निभा रही हैं. अमेरिका ने हाल ही में बयान दिया है कि वह भारत के हर कदम के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा. इसका एक बड़ा कारण दक्षिण एशिया में स्थिरता बनाए रखना है, जबकि चीन अब भी पाकिस्तान के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है. इस अंतरराष्ट्रीय समीकरण को देखते हुए भारत को अपने हर कदम पर सोच-समझकर आगे बढ़ना चाहिए.
POK मुद्दे पर ठोस कदम उठाए भारत
POK पर कार्रवाई को लेकर कर्नल तारा ने संयम बरतने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि सरकार को फिलहाल हालात का बारीकी से आकलन करना चाहिए. अभी पाकिस्तान के हालात तेजी से बदल रहे हैं. खबर है कि पाकिस्तान के जनरल ने अपने परिवार को इंग्लैंड भेज दिया है और खुद भी किसी बड़ी तैयारी में जुटे हैं. ऐसे में भारत को चीन और अमेरिका की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए भविष्य की रणनीति बनानी चाहिए.
स्ट्रांग एक्शन लेना बहुत जरूरी
भारत की सहनशीलता पर टिप्पणी करते हुए रिटायर्ड कर्नल तारा ने कहा कि अब समय आ गया है. जब भारत को अपनी नीति में बदलाव लाना होगा. अगर हम फिर से सहनशीलता दिखाएंगे, तो पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आएगा. अब स्ट्रॉन्ग एक्शन की जरूरत है. उन्होंने भारत की आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों की मजबूती पर भी जोर दिया. साथ ही कहा कि भारत की एजेंसियों को और अधिक सशक्त बनाना जरूरी है. हमें अन्य शक्तिशाली देशों की खुफिया एजेंसियों से सीख लेनी चाहिए. तभी हम पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखा सकेंगे, इस बार हमारी एजेंसियों की बड़ी चूक है.
देशवासियों के लिए धर्म से बढ़कर देश
आखिर में कर्नल तारा ने एक बेहद महत्वपूर्ण सलाह दी. उन्होंने कहा कि भारत को अंदरूनी तौर पर सभी धर्मों के बीच सौहार्द बनाए रखना चाहिए. हमारा देश धर्म से ऊपर है और हमें इसी भावना के साथ एकजुट रहना होगा. तभी हम बाहरी दुश्मनों के खिलाफ एक मजबूत भारत खड़ा कर सकते हैं.