Andrew Flintoff Car Accident: इंग्लैंड के दिग्गज क्रिकेटर एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने अपने जीवन के सबसे दर्दनाक पलों को साझा करते हुए एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. बता दें कि फ्लिंटॉफ ने 2005 में इंग्लैंड की एशेज सीरीज जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इंग्लैंड के इस पूर्व कप्तान ने खुलासा किया है कि उन्हें लगता था कि अगर 2022 में ‘टॉप गियर शो’ की शूटिंग के दौरान हुई भयंकर कार एक्सीडेंट में उनकी मौत हो जाती अच्छा होता. बता दें कि इस दिग्गज को कार एक्सीडेंट में बहुत गंभीर चोटें आई थीं. फ्लिंटॉफ ने बताया कि कैसे उन्होंने अपनी मानसिक और शारीरिक परेशानियों से उबरते हुए अब देश में क्रिकेट की अगली पीढ़ी के लिए इंग्लैंड लायंस के कोच के रूप में नौकरी हासिल की.
भयानक कार एक्सीडेंट का हुए थे शिकार
47 साल के एंड्रयू फ्लिंटॉफ 2022 में हुए खतरनाक कार एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल हो गए थे. एक्सीडेंट तब हुआ जब फ्लिंटॉफ ‘मॉर्गन सुपर 3’ चला रहे थे, जो एक तीन पहियों वाली स्पोर्ट्स कार है. यह कार 130 मील प्रति घंटे (209 किमी/घंटा) की हाईस्पीड तक पहुंचने में सक्षम है. ‘मॉर्गन सुपर 3’ पलट गई और फ्लिंटॉफ बुरी तरह घायल हो गए. फ्लिंटॉफ ने हेलमेट भी नहीं पहना हुआ था, जिससे उनके शरीर के कई हिस्सों में गहरी चोटें लगीं.
‘काश मैं मर गया होता’
फ्लिंटॉफ ने प्रीमियर होने वाली डिज्नी डॉक्यूमेंट्री में अपने दर्दनाक अनुभव के बारे में खुलकर बात की. इंग्लैंड की 2005 की एशेज जीत में अहम भूमिका निभाने वाले फ्लिंटॉफ ने स्वीकार किया कि उन्हें डर था कि एक्सीडेंट के बाद वह ठीक नहीं हो पाएंगे. उन्होंने कहा, ‘एक्सीडेंट के बाद मुझे नहीं लगा कि मैं इससे उबर पाऊंगा. यह भयानक लगता है. मेरा एक हिस्सा चाहता है कि मैं मारा गया होता. मेरा एक हिस्सा सोचता है, काश मैं मर गया होता.’ फ्लिंटॉफ ने आगे कहा, ‘मैं खुद को मारना नहीं चाहता था. मैं दोनों चीजों को गलत नहीं समझूंगा. मैं कामना नहीं कर रहा था, मैं बस सोच रहा था, ‘यह बहुत आसान होता’.’
फ्लिंटॉफ का करियर
फ्लिंटॉफ ने 2010 में 31 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. उन्होंने 1998 से 2009 के बीच 79 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया. 1998-2009 तक फ्लिंटॉफ ने कुल 227 मैचों में इंग्लैंड के लिए खेले, जिसमें उन्होंने 31.39 की औसत से 7315 रन बनाए. इस दौरान आठ शतक और 44 अर्धशतक भी लगाए और 29.23 की औसत से 400 विकेट लिए. वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज 2005 सीरीज की जीत के नायक थे, जिसमें उन्होंने 5 मैचों में एक शतक और तीन अर्धशतक के साथ 402 रन बनाए और 24 विकेट लिए.