Basit Ali Pahalgam Attack: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है. आतंकवादियों ने घूमने गए दो दर्जन से भी ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया. पूरा देश आतंकवादियों को ढूंढ़कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहा है. तमाम भारतीय क्रिकेटर्स ने भी इस घटना को शर्मनाक बताते हुए इसकी कड़ी निंदा और पीड़ित परिवारों के इंसाफ की मांग की है. इस बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने भारत का खुला समर्थन किया है. उनका साफ कहना है कि आतंकवादियों को जल्द से जल्द ढूंढा जाए और आवाम के सामने गोली मार दी जाए.
‘मेरा मजहब बोलता है…’
बासित अली ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो पोस्ट किया है. बासित ने इसमें कहा, ‘कल कश्मीर में बहुत बड़ा इंसिडेंट हुआ है. 26 लोगों को शहीद कर दिया गया और यह बहुत बड़ा जुल्म है. मैं माफी चाहता हूं, मुझे पता नहीं था पहलगाम मैं हमला हुआ है और जो चीजें मैंने सुनी है कि यह माफी नहीं है. कोई भी हो, चाहे कोई भी हो, किसी को किसी की जान लेने का हक नहीं है, ये मेरा मजहब बोलता है. मेरा मजहब बोलता है, चाहे वह क्रिस्चियन हो, चाहे वह यहूदी हो, चाहे वह हिंदू हो, चाहे कोई जाट हो, किसी को ऐसा करने का हक नहीं है. वह मुसलमान हो ही नहीं सकता, जो किसी की जान ले ले.’
‘मुझे भी सूली पर लटका दो…’
इस पाकिस्तानी क्रिकेटर ने आगे कहा, ‘यह बहुत ही अफसोसनाक खबर और हमारी और हमारी सब्सक्राइबर्स की तरफ से हमारे व्हाट्सएप ग्रुप वालों की तरफ से उन सब फैमिली को जो, जो इसमें मुतासिर हुई, जिनके लोग शहीद हुए, उनके प्रति संवेदना. यह स्वकार नहीं है और यह भी सुना है कि बीसीसीआई ने अनाउंसमेंट करी है. क्या आज मैच में शोर-शराबा नहीं होगा, गाने नहीं चलेंगे? बहुत अच्छी चीज है और उन्हें चाहिए कि उन फैमली के लिए बिग अनाउंसमेंट करें, वह जाने तो वापस नहीं आ सकती ना भाई, जिनके रिश्तेदार जिनके भाई जिनके हस्बैंड जाते हैं, उनसे पूछें. उनसे पूछें क्या हालत होती है? बातें करना बहुत आसान होता है. जिसने भी करा है बासित अली सीना ठोक के बोलता है कि उन्हें माफी नहीं मिलने चाहिए. कोई भी हो मैं अपनी अगर मैं हूं ना, तो मुझे भी सूली पर लटका देना चाहिए. गोली मार देनी चाहिए.’
‘केस नहीं… आवाम के सामने गोली मार दो’
बासित ने आगे कहा, ‘इनोसेंट लोग जो बेचारे अपनी छुट्टियों के लिए गए हुए थे. क्या जमाना आ गया है क्या लोग हो गए हैं कि उन्हें एहसास नहीं की उनकी भी फैमिली हैं. जिन्होंने भी करा है न मेरी अल्लाह से दुआ है और हर नमाज में दुआ करूंगा. उनकी फैमिली के साथ भी ऐसे होना चाहिए. चाहे कोई भी हो. मैंने सबसे मिसाल अपनी दी है. अगर मैं हूं तो मुझे भी. बहुत बुरी खबर है, जो भी लोग इसमें शामिल है, केस नहीं चलाना चाहिए. सीधे आवाम के सामने गोली मार देनी चाहिए.’