ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर है. भारत में 28 में से 1 महिला को अपने पूरे लाइफ टाइम में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा होता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल लगभग डेढ़ लाख महिलाएं इससे प्रभावित होती हैं. इसी बीच एक नए रिसर्च में दावा किया गया है कि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को रिस्क-रिड्यूसिंग मास्टेक्टॉमी (RRM)सर्जरी की मदद से कम किया जा सकता है.
क्या है RRM सर्जरी? ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए की जाने वाली यह एक तरह की स्पेशल सर्जरी है. इसमें महिला के स्तन को शरीर से अलग कर दिया जाता है. यह सर्जरी उन महिलाओं के लिए होता है, जिनमें ब्रेस्ट कैंसर का कारण बनने वाले जीन्स BRCA1 or BRCA2 पाया जाता है.
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क्या कहती है रिसर्च
ब्रिटिश जर्नल ऑफ कैंसर में छपी रिसर्च के अनुसार RRM सर्जरी ब्रेंस्ट कैंसर की जोखिम वाली महिलाओं की डेथ रेट को काफी कम कर सकता है. इसमें इस बात का दावा किया गया है कि RRM से स्तन कैंसर का खतरा 90 प्रतिशत तक कम हो जाता है.
RRM ब्रेस्ट कैंसर बचने का कारगर तरीका है
कनाडा के टोरंटो यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर केली मेटकाफ का कहना है कि रिस्क रिड्यूसिंग मास्टेक्टॉमी कराने का फैसला एक महिला के लिए अक्सर मुश्किल होता है. कनाडा में ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम के दायरे में आने वाली 30 प्रतिशत महिलाएं ही इस सर्जरी का विकल्प चुनती हैं. हालांकि RRM महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को रोकने के कारगर तरीकों में शामिल है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)