Last Updated:April 22, 2025, 12:23 ISTअयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार 27 अप्रैल को वैशाख अमावस्या है, जिसमें सुबह 4:10 से लेकर 4:52 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा. सरयू तट अयोध्या: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार अमावस्या तिथि के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने के साथ ही पितरों के निमित्त तर्पण पिंडदान और दान पुण्य करने का विधान है. इसके अलावा, अमावस्या तिथि के दिन पवित्र नदियों में स्नान कर जरूरतमंदों को दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन धार्मिक कार्यों को करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है, तो चलिए जानते हैं कब है वैशाख अमावस्या, क्या है सुबह मुहूर्त और धार्मिक महत्व….
कब है वैशाख अमावस्या और शुभ मुहुर्त
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार 27 अप्रैल को वैशाख अमावस्या है, जिसमें सुबह 4:10 से लेकर 4:52 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा. वहीं दोपहर 12:11 से लेकर 1:02 तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. इस दौरान स्नान दान करना बेहद शुभ माना जाएगा.
दान पुण्य करने से पितृ प्रसन्न होते हैं
वैशाख अमावस्या के दिन गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान करना बेहद शुभ होता है. स्नान करने से शरीर और आत्मा भी शुद्ध होता है. साथ ही, सभी तरह के पापों से मुक्ति भी मिलती है. ऐसा माना जाता है कि नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मन शांत रहता है. वैशाख अमावस्या के दिन दान पुण्य करना भी बेहद फलदाई होता है. इस दिन दान पुण्य करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. अमावस्या तिथि के दिन दान पूर्ण करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं. इस दिन काले तिल का दान करने से भी पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
Location :Ayodhya,Faizabad,Uttar PradeshFirst Published :April 22, 2025, 12:23 ISThomefamily-and-welfareवैशाख अमावस्या कब है, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजाविधि