W, W, W, W, W… एक ओवर में पांच विकेट और तीनों फॉर्मेट में हैट्रिक, विध्वंसक गेंदबाज से थरथराते थे बल्लेबाज| Hindi News

admin

W, W, W, W, W... एक ओवर में पांच विकेट और तीनों फॉर्मेट में हैट्रिक, विध्वंसक गेंदबाज से थरथराते थे बल्लेबाज| Hindi News



Unbreakable Cricket Records: भारतीय क्रिकेट में टैलेंट की खान है, इस बात का गवाह इतिहास रहा है. लेकिन देश के लिए खेलने का हर खिलाड़ी का सपना पूरा नहीं होता है. किसी की किस्मत चमक जाती है तो कुछ टैलेंट के बावजूद बेताज बादशाह बनकर ही रह जाते हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक गेंदबाज की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसके नाम एक ओवर में पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है. इतना ही नहीं, इस गेंदबाज ने तीनों फॉर्मेट में हैट्रिक लेने का कारनामा भी किया है.
छोटा रहा करियर हम बात कर रहे हैं अभिमन्यु मिथुन की, जिन्होंने भले ही ये कारनामा किया है लेकिन टीम इंडिया में ज्यादा दिन नहीं टिक सके. उन्होंने टेस्ट और वनडे मिलाकर कुल 9 इंटरनेशनल मैच खेले. लेकिन घरेलू क्रिकेट में वह किसी सनसनी से कम नहीं थे. हैट्रिक किसी भी गेंदबाज के करियर में चार चांद लगा देती है. लेकिन अभिमन्यु मिथुन ने घरेलू क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में हैट्रिक जमाकर अनोखा रिकॉर्ड कायम कर दिया था. इतना ही नहीं उन्होंने एक ओवर में 5 विकेट लेने का कारनामा भी किया है.
तीनों फॉर्मेट में हैट्रिक
अभिमन्यु ने रणजी डेब्यू में साल 2009 में उन्होंने कर्नाटक की तरफ से उत्तर प्रदेश के खिलाफ मैच में धमाकेदार प्रदर्शन किया था. दूसरी पारी के 60वें ओवर में उन्होंने हैट्रिक ली थी. इसके बाद 25 अक्टूबर 2919 को बर्थडे को यादगार बना दिया. अभिमन्यु ने विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में हैट्रिक ली और टीम को जीत दिलाई. इसके बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में ऐतिहासिक स्पेल फेंका और इस रिकॉर्ड को अभी तक कोई छू भी नहीं पाया है. 
ये भी पढ़ें… 624 रन… भयंकर चला रनों का तांडव, 3 दिन तक विकेट की भीख मांगते रहे गेंदबाज, अंगद के पैर की तरह जमे रहे ये दो बल्लेबाज
एक ओवर में झटके 5 विकेट
दो हैट्रिक से पहले ही अभिन्यु का नाम चर्चा में था कि उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच में एक ही ओवर में 5 बल्लेबाजों को आउट कर दिया. मिथुन ने पारी के लास्ट ओवर की पहली चार गेंदों पर हिमांशु राणा, राहुल तेवतिया, सुमित कुमार और अमित मिश्रा जैसे बल्लेबाजों को आउट किया. इसके बाद एक वाइड गेंद ने उनके इस जादुई स्पेल में बाधा डाली, फिर आखिरी बॉल पर जयंत यादव का विकेट लेकर उन्होंने इस स्पैल को इतिहास के पन्नों में दर्ज करवा दिया. साल 2021 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनपर फिक्सिंग के आरोप लगे थे.



Source link