India is developing first indigenous desi dengue vaccine DengiAll nears completion likely my mid 2026 icmr | Dengue Vaccine: कोविड के बाद अब डेंगू का होगा खात्मा? भारत की नई देसी डेंगू वैक्सीन से मिलेगी करोड़ों लोगों को राहत!

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India is developing first indigenous desi dengue vaccine DengiAll nears completion likely my mid 2026 icmr | Dengue Vaccine: कोविड के बाद अब डेंगू का होगा खात्मा? भारत की नई देसी डेंगू वैक्सीन से मिलेगी करोड़ों लोगों को राहत!



कोरोना महामारी के बाद अब भारत एक और खतरनाक बीमारी ‘डेंगू’ को मात देने की दिशा में बड़ी कामयाबी की ओर बढ़ रहा है. जिस तरह स्वदेशी वैक्सीन ‘Covaxin’ ने कोविड के खिलाफ लोगों को सुरक्षा दी, उसी तरह अब एक देसी डेंगू वैक्सीन ‘DengiAll’ लाखों-करोड़ों जिंदगियों को राहत दे सकती है. यह टीका फिलहाल तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में है और इसके अब तक के नतीजे बेहद उत्साहजनक बताए जा रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले साल के मीड तक यह वैक्सीन बाजार में आ सकती है.
ICMR के पूर्व महानिदेशक और कोविड वैक्सीन निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले डॉ. बलराम भार्गव ने कोलकाता के साइंस सिटी में वैक्सीन पर एक प्रदर्शनी के दौरान टीओआई को बताया कि ‘DengiAll’ नाम की यह देसी वैक्सीन पैनासिया बायोटेक और आईसीएमआर के सहयोग से बनाई जा रही है. इसका फेज 1 और 2 ट्रायल सफल रहा है और अब 10,335 लोगों पर इसका तीसरा चरण चल रहा है, जो 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 19 केंद्रों पर किया जा रहा है.
हर साल होती है लाखों लोगों की मौतडेंगू हर साल मानसून में देश के कई हिस्सों को चपेट में ले लेता है, खासकर बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में इसके कारण बड़ी संख्या में मौतें होती हैं. ऐसे में अगर यह वैक्सीन सफल होती है, तो यह एक गेम चेंजर साबित हो सकती है.
टेट्रावेलेंट डेंगू वैक्सीनयह वैक्सीन अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) से मिली टेट्रावेलेंट डेंगू वैक्सीन स्ट्रेन (TV003/TV005) के आधार पर विकसित की जा रही है. NIH के नए नेतृत्व और कुछ राजनीतिक कारणों से भारत-अमेरिका सहयोग पर असर पड़ा है, लेकिन भारत में वैक्सीन विरोधी सोच को फिलहाल कोई राजनीतिक सपोर्ट नहीं मिला है, जो कि एक राहत की बात है. इसके साथ ही, सरकार की प्लानिंग है कि अगस्त तक ब्रेस्ट, ओरल और सर्वाइकल कैंसर के लिए भी वैक्सीन लॉन्च करने की है, जिससे 9 से 16 साल की लड़कियों को खासा फायदा मिलेगा. इन सभी प्रयासों से साफ है कि भारत अब न केवल बीमारियों से लड़ रहा है, बल्कि हेल्थ साइंस में ग्लोबल लीडरशिप की ओर भी बढ़ रहा है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
 



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