Ajinkya Rahane Statement: आईपीएल 2025 के 31वें मैच में पंजाब किंग्स ने इतिहास रचते हुए केकेआर को 16 रन से शिकस्त दी. जीत के लिए महज 112 रन के लक्ष्य का पीछा करने में कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज नाकाम रहे और पूरी टीम महज 95 रन पर ढेर हो गई. इस शर्मनाक हार की जिम्मेदारी रहाणे ने खुद ली है. रहाणे ने अपने ही विकेट को हार का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट बताते हुए टीम की घटिया बल्लेबाजी की भी आलोचना की. आइए केकेआर के कप्तान ने मैच के बाद क्या कहा, जानते हैं…
पंजाब किंग्स की शर्मनाक हार
पंजाब किंग्स के खिलाफ जीत के लिए महज 112 रन के लक्ष्य का पीछा करने में नाकाम रहे कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि हमने बहुत खराब बल्लेबाजी की. पंजाब ने 111 रन पर ऑल आउट होने के बाद केकेआर की पारी को 95 रन पर समेट कर आईपीएल में सबसे छोटे लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव करने का रिकॉर्ड अपने नाम किया.
खुद को ही कोसने लगे रहाणे
रहाणे ने मैच के बाद प्रसारकों से कहा, ‘मैं इस हार की जिम्मेदारी लेता हूं, मैंने गलत शॉट खेला था.’ रहाणे युजवेंद्र चहल की गेंद पर LBW हुए, लेकिन मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ रिव्यू नहीं लेने का उनका फैसला महंगा साबित हुआ. रिप्ले में गेंद ऑफ स्टंप से बाहर निकलती दिख रही थी. रहाणे ने कहा कि वह पूरी तरह कन्फर्म नहीं थे कि गेंद विकेट के बाहर निकलेगी. उन्होंने कहा, ‘वह गेंद विकेट को मिस करती, लेकिन सब कुछ वहीं से शुरू हुआ. उस समय कोई जोखिम नहीं लेना चाहता था. मै खुद भी पक्का नहीं था, इसलिए रिव्यू नहीं लेने का फैसला किया.’
ताश के पत्तों की तरह बिखरी टीम
रहाणे के आउट होते ही केकेआर की पारी लड़खड़ा गयी और उसकी बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखरती दिखी. टीम ने आखिरी आठ विकेट सिर्फ 33 रन के अंदर गंवा दिए. रहाणे ने खराब बल्लेबाजी पर हार का ठीकरा फोड़ते हुए कहा, ‘पिच आसान नहीं थी, लेकिन 111 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकता था. बल्लेबाजी यूनिट के तौर पर हमने बहुत ही खराब प्रदर्शन किया.’
गेंदबाजों की तारीफ की
हालांकि, रहाणे ने अपने गेंदबाजों की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘हमारे गेंदबाजों ने पंजाब जैसे मजबूत बैटिंग यूनिट के खिलाफ बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. हमने बल्लेबाजी में लापरवाही दिखायी और पूरी टीम को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.’ रहाणे ने आगे के मुकाबलों को लेकर कहा, जब ड्रेसिंग रूम में जाता हूं, तो मुझे खुद को शांत रखना पड़ता है और फिर सोचना पड़ता है कि लड़कों से क्या कहना है. अभी भी सकारात्मक रहना है. टूर्नामेंट का आधा हिस्सा अभी भी बाकी है. इस पर ध्यान देना होगा और आगे बढ़ना होगा.’