Mattresses Used by Infant Babies have brain harming chemicals may increase health risks | सावधान! छोटे बच्चों के गद्दे में होते हैं खतरनाक कमेकिल्स, बेबीज के ब्रेन को तगड़ा रिस्क

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Mattresses Used by Infant Babies have brain harming chemicals may increase health risks | सावधान! छोटे बच्चों के गद्दे में होते हैं खतरनाक कमेकिल्स, बेबीज के ब्रेन को तगड़ा रिस्क



Baby Mattresses Having Chemicals: कनाडा के रिसर्च की एक टीम ने बेबीज और छोटे बच्चों के गद्दों में थैलेट (Phthalates) नामक प्लास्टिसाइजर (Plasticisers), फ्लेम रिटार्डेंट्स (Flame Retardants)और दूसरे हार्मफुल केमिकल्स पाए हैं, जिनके सोते वक्त सांस लेने और एब्जॉर्ब करने की संभावना होती है, जिससे कई हेल्थ रिस्क बढ़ जाते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो (University of Toronto) के रिसर्चर्स ने कहा कि ये केमिकल न्यूरोलॉजिकल और रिप्रोडक्टिव प्रॉब्लम्स, अस्थमा, हार्मोनल डिसरपशन और कैंसर से जुड़े हैं.
पैरेंट्स के लिए वेक-अप कॉलयूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो की प्रोफेसर मरियम डायमंड (Miriam Diamond) ने कहा, “नींद ब्रेन के डेवलपमेंट के लिए जरूरी है, खासकर बेबीज और छोटे बच्चों के लिए. हालांकि, हमारे रिसर्च से पता चलता है कि कई गद्दों में ऐसे केमिकल होते हैं जो बच्चों के दिमाग को नुकसान पहुंचा सकते हैं.” उन्होंने कहा, “ये मैन्युफैक्चरर और पॉलिसीमेकर्स के लिए एक वेक-अप कॉल है ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि हमारे बच्चों के बिस्तर सेफ हैं और हेल्दी ब्रेन डेवलपमेट को सपोर्ट करते हैं.”
गद्दे में केमिकलस्टडी का रिव्यू  जर्नल एनवायर्नमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी और एनवायर्नमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी लेटर्स में छपा है. पहली स्टडी में, रिसर्चर्स ने 6 महीने से 4 साल की उम्र के बच्चों के 25 बेडरूम में केमिकल कंसंट्रेशंस को मापा. उन्होंने बेडरूम की हवा में 2 दर्जन से ज्यादा थैलेट, फ्लेम रिटार्डेंट्स और यूवी फिल्टर के चिंताजनक स्तर का पता लगाया, जिसमें सबसे ज्यादा लेवल बिस्तरों के आसपास मंडरा रहे थे.
कैसे की गई रिसर्च?एक कंपेनियन स्टडी में, रिसर्चर्स ने नए खरीदे गए 16 बच्चों के गद्दों का टेस्ट किया और कंफर्म किया कि वो बच्चों के स्लीपिंग एनवायरनमेंट में इन केमिकल्स का अहम सोर्स होने की संभावना है. जब रिसर्चर्स ने गद्दों पर एक बच्चे के शरीर के टेम्प्रेचर और वेट को सिमुलेट किया, तो केमिकल इमिशन काफी बढ़ गया, कई गुना तक.
कैंसर का रिस्करिसर्चर ने कहा कि इस स्टडी में मापे गए थैलेट और ऑर्गेनोफॉस्फेट एस्टर फ्लेम रिटार्डेंट्स हार्मोन डिसरप्टर्स हैं और लर्निंग डिसऑर्डर, लो आईक्यू स्कोर, बिहेवियर और बिगड़ी हुई याददाश्त सहित न्यरोलॉजिकल नुकसान से जुड़े हैं. कुछ बचपन के अस्थमा और कैंसर से भी जुड़े हैं. कई यूवी फिल्टर हार्मोन डिसरप्टर्स हैं. बच्चे रिस्क को लेकर यूनिक तरीके से सेंसिटिव होते हैं, ये देखते हुए कि वो अभी भी डेवलप कर रहे हैं, उनमें हैंड टू माउथ बिहेवियर होते हैं, और एडल्ट्स की तुलना में उनकी सांस लेने की दर दस गुना ज्यादा होती है. उनकी स्किन भी ज्यादा परमिएबल होती है और एडल्ट की तुलना में उनके शरीर के वजन के रिलेटेव स्किन सरफेस एरिया 3 गुना ज्यादा होता है.

फ्लेम रिटार्डेंट्स न्यूरोलॉजिकल, रिप्रोडक्टिव और हार्मोनल हार्म के साथ-साथ कैंसर से भी जुड़े हैं, और गद्दों में यूज किए जाने पर उनका कोई प्रूवेन फायर सेफ्टी बेनेफिट्स भी नहीं है.रिसर्चर्स ने मैन्युफैक्चरर से टेस्ट के जरिए से बच्चों के गद्दों में केमिकल के बारे में ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी है. 
कैसे करें बचाव?ऑथर्स तकियों, कंबल और खिलौनों की संख्या कम करके बच्चों के स्लीपिंग एरियाज को अव्यवस्थित करने की सलाह देते हैं. वो आपके बच्चे के बिस्तर और बेड के कपड़ों को बार-बार धोने और रिफ्रेश करने की भी सलाह देते हैं क्योंकि ये रिस्क को कम करने के लिए एक प्रोटेक्टिव बैरियर तौर पर काम करता है.
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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