Risk of Eating Bread Everyday: ऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम (Auto-Brewery Syndrome – ABS) की एक गंभीर बीमारी है, जिसमें इंटेस्टाइन में मौजूद बैक्टीरिया कार्बोहाइड्रेट को शराब (इथेनॉल) में बदल देते हैं. इससे व्यक्ति को बिना शराब पिए ही नशे के लक्षण दिखाई देने लगते हैं. डॉ. मिकी मेहता ने अपने इंस्ट्राग्राम पोस्ट में बताया, “अगर आप हर सुबह ब्रेड के बिना नहीं रह सकते, तो थोड़ा कम करने की कोशिश करें. क्योंकि ब्रेड शायद आपकी सेहत के लिए सबसे खतरनाक चीज हो सकती है.” उनके मुताबिक रोज ब्रेड खाने से आपको ऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम हो सकता है, जिससे आंतों में मौजूद माइक्रोब्स ब्रेड जैसे कार्बोहाइड्रेट से शराब (इथेनॉल) बना देते हैं.
ऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम के लक्षणडॉक्टर ने बताया कि ऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें बॉडी के अंदर खुद ही शराब बनने लगती है, यह तब होता है, जब इंटेस्टाइन में मौजूद बैक्टीरिया कार्बोहाइड्रेट को फर्मेंट कर देते हैं. यह एक बेहद गंभीर बीमारी है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति को नशे के लक्षण दिखने लगते हैं, चक्कन आता है, बैलेंस बिगड़ता है, नींद आती है, साथ ही पेट की समस्या जैसे- पेट फूलना, पेट दर्द, डायरिया या उल्टी महसूस हो सकती है.
क्या सिर्फ ब्रेड खाने से ABS हो सकता है?डॉक्टर बताते हैं कि सिर्फ रोज ब्रेड खाने से ये बीमारी नहीं होती है. यह बहुत ज्यादा ऐंटीबायोटिक दवाइयां लेने से, इंटेस्टाइन का बैलेंस बिगड़ने से या फिर इम्यून सिस्टम कमजोर होने से हो सकती है. जब व्यक्ति पहले से ही इन समस्याओं से जूझ रहा होता है, तो ब्रेड खाने से ऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम का खतरा हो सकता है. वहीं अगर कोई हेल्दी व्यक्ति है, तो उसे रोज ब्रेड खाने से कोई नुकसान नहीं होता.
ऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम का बचावअगर व्यक्ति का इंटेस्टाइन और इम्यूनिटी स्ट्रांग है, तो उसे रोज ब्रेड खाने से कोई खतरा नहीं है. हालांकि वीक इम्यूनिटी वाले लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए इंटेस्टाइन की सेहत अच्छी रखनी चाहिए, बेवजह ऐंटीबायोटिक्स लेने से बचना चाहिए, साथ ही पेट से जुड़ी समस्याओं को पालना नहीं चाहिए, बल्कि उसका तुरंत इलाज करना चाहिए.
ऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम का इलाजऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम को आप अपनी डाइट में सुधार करके ठीक कर सकते हैं. इसके लिए आपको लेस कार्ब्स और शुगर वाली डाइट लेनी चाहिए. साथ ही अपनी डाइट में प्रोबायोटिक्स से भरपूर चीजें शामिल करनी चाहिए. अगर फिर भी चीजें कंट्रोल न हो तो डॉक्टर की सलाह और ट्रीटमेंट लेनी चाहिए.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.