when cancer comes back is it worse which cancer has highest recurrence rate doctor explain | ठीक होने के बाद दोबारा कैंसर होना कितना खतरनाक? डॉक्टर से समझें रिपीट होने वाले कैंसर और बचने के तरीके

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when cancer comes back is it worse which cancer has highest recurrence rate doctor explain | ठीक होने के बाद दोबारा कैंसर होना कितना खतरनाक? डॉक्टर से समझें रिपीट होने वाले कैंसर और बचने के तरीके



कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है. यह तब शुरू होती है जब शरीर की कोशिकाओं के डीएनए या जीन में कोई असामान्य बदलाव आ जाता है. ये बदलाव जन्म से पहले भी हो सकते हैं या जीवन के किसी भी समय हो सकते हैं. इससे कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और कैंसर का रूप ले लेती हैं. 
डॉ. वैशाली जामरे, डायरेक्टर-सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, ब्रेस्ट ऑन्कोलॉजी, एंड्रोमेडा कैंसर हॉस्पिटल सोनीपत बताती हैं कि कैंसर की यह कोशिकाएं सिर्फ उसी अंग में नहीं रहतीं, बल्कि खून, लिम्फ या आसपास के अंगों में भी फैल सकती हैं. ऐसे में कैंसर की एक्टिविटी के आधार पर इलाज के विकल्पों को चुना जाता है. यदि कैंसर इलाज से ठीक भी हो जाए फिर कैंसर के दोबारा होने का खतरा बना रहता है. यह उसी अंग या पास के टिश्यू या अंगों में हो सकता है. 
इलाज के बाद दोबारा होने वाले कैंसर
हालांकि कोई भी कैंसर दोबारा हो सकते हैं, यदि इलाज के दौरान कैंसर के कुछ सेल्स बॉडी में रह गए हो. लेकिन ओवेरियन कैंसर, मेटास्टेटिक कैंसर (ब्रेस्ट, प्रोस्टेट, लंग) के दोबारा होने का खतरा अधिक होता है. 
ये ब्रेस्ट कैंसर ब्रेन में पहुंच सकता है
डॉक्टर बताती हैं कि ब्रेस्ट कैंसर में कुछ प्रकार जैसे ट्रिपल नेगेटिव और HER2 पॉजिटिव, जल्दी दोबारा हो सकते हैं और आमतौर पर लिवर, फेफड़े या दिमाग में फैलते हैं. वहीं, हार्मोन रिसेप्टर पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर वर्षों बाद दोबारा हो सकते हैं और अक्सर हड्डियों में फैलते हैं.
इलाज क्या होता है?  
डॉक्टर बताती हैं कि अगर कैंसर सिर्फ उसी अंग में दोबारा हुआ है (लोकल रीक्युरेंस), तो फिर से सर्जरी कर के इसे ठीक किया जा सकता है. लेकिन अगर यह कई अंगों में फैल गया हो, तो कीमोथेरेपी, टारगेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी या हार्मोन थेरेपी जैसे इलाज दिए जाते हैं. इस स्थिति में इलाज का उद्देश्य बीमारी को पूरी तरह ठीक करना नहीं, बल्कि लक्षणों को नियंत्रित करना होता है. जरूरत पड़ने पर रेडियोथेरेपी का सहारा भी लिया जा सकता है.  
कैसे बचा जाए?  
हालांकि डॉक्टर बताती हैं कि दोबारा कैंसर होना हमेशा जानलेवा नहीं होता है. बेहतर देखभाल और इलाज से आप इससे दोबारा जीत सकते हैं. लेकिन बचाव करना जरूरी है. ऐसे में इसके लिए समय पर जांच, सही और पूरा इलाज, और डॉक्टर के द्वारा बताए गए फॉलो-अप को नियमित रूप से कराना. इससे बीमारी की वापसी को जल्द पकड़ा जा सकता है और समय रहते इलाज शुरू किया जा सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)



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