Last Updated:March 28, 2025, 08:33 ISTKaushambi News: यूपी में कौशांबी जनपद के गोविंदपुर गोरियो गांव निवासी मदल लान का निधन हो गया था. ऐसे में सिराथू के बीडियो ने गांव पहुंचकर उनकी 10वीं पास कर चुकी बेटी से बातचीत की. जहां आर्थिक स्थिति कमजोर होने …और पढ़ेंX
BDO भावेश शुक्ला सिराथू हाइलाइट्सBDO भावेश शुक्ला ने रीता की पढ़ाई का जिम्मा उठाया.रीता के पिता की कोरोना में मौत के बाद आर्थिक स्थिति कमजोर हुई.BDO ने रीता को गोद लेकर 11वीं में दाखिला कराया.कौशांबी: देश में जब एक तरफ कोरोना महामारी का दौर चल रहा था. उस समय अनगिनत बच्चे अनाथ हो गए. ऐसे ही एक मामला यूपी के कौशांबी जनपद के सिराथू ब्लॉक से सामने आया था. यहां गोविंदपुर गोरियो गांव निवासी बदनी देवी की 4 बेटी और 2 बेटे हैं. बदनी देवी के पति बाहर रहकर नौकरी कर घर परिवार चलाते हैं. कोरोना मे बदनी देवी के पति मदन लाल की मौत हो गई, जिससे घर की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गयी. इस कारण बदनी देवी की सबसे छोटी बेटी रीता ने हाईस्कूल पढ़ने के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ दी. रीता की आगे पढ़ने की इच्छा थी, लेकिन घर की मजबूरी के कारण पढ़ाई छोड़ दी.
वहीं, एकदिन सिराथू बीडिओ भावेश शुक्ला अचानक विकास कार्यों का निरीक्षण करने क्षेत्र के गोविंदपुर गोरियों गांव पहुंचे. इस बीच गांव की बदनी देवी से मुलाकात हुई. पूछताछ में पता चला कि बदनी देवी की 4 बेटी और दो बेटे हैं. 3 साल पहले पति मदन लाल की मौत हो गई. बदनी देवी के पति की मौत के बाद सबसे छोटी बेटी रीता अपनी पढ़ाई छोड़ दी.
बेटी ने की आगे पढ़ने की इच्छा
बीडियो भावेश शुक्ला ने बदनी देवी की बेटी रीता से बातचीत की. इस दौरान उसने तो वह आगे की पढ़ाई करने की इच्छा जताई. इसके बाद बीडियो ने छोटे बेटी रीता को गोद लिया. बीडियो उदय श्याम इंटर कॉलेज पहुंचे और 11वीं में रीता का दाखिला कराया. आगे की पूरी पढ़ाई के लिए जिम्मा भी उठा लिया. यूं समझें की बीडियो ने बेटी को अपनी दत्तक पुत्री बना लिया. उनके इस कार्य को हर कोई सराहना कर रहा है.
पिता का कोरोना में हुआ था देहांत
बीडियो भावेश शुक्ला ने बताया कि कौशांबी डीएम द्वारा जनपद के 6 अधिकारियो को बच्चों को गोद लेने का आदेश दिया था. साथ ही उनका पालन पोषण और उनकी दवाईयों समेत शिक्षा भी दिलानी थी. इस क्रम में बीडियो ने गोविंदपुर गोरियों निवासी बदनी देवी की बेटी रीता को गोद लिया. वहीं, लड़की के पिता का कोराना के समय देहांत हो गया था. साथ ही लड़की का एक बड़ा भाई बंबई में जॉब कर परिवार का पालन पोषण करता है.
अधिकारी ने उठाया पढ़ाई का खर्चा
BDO भावेश शुक्ला ने बताया कि बच्चों की बात सुनकर ऐसा लगा कि उसको अगर आगे पढ़ाया जाए तो आगे चलकर भविष्य में अपना अच्छा मुकाम बना सकती है. वह अपने परिवार की आजीविका के लिए मदद कर सकती है. इसके बाद उन्होंने कहा कि बच्ची के पढ़ाई का पूरा खर्चा उनके द्वारा वहन किया जाएगा.
Location :Kaushambi,Uttar PradeshFirst Published :March 28, 2025, 08:21 ISThomeuttar-pradeshपिता की मौत के बाद बेटी ने छोड़ी 10वीं के बाद पढ़ाई, BDO ने कराया दाखिला