IPL 2018 Final CSK vs SRH: आईपीएल 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने टूर्नामेंट में शानदार वापसी की थी. उसने दो साल के प्रतिबंध के बाद वापसी करते हुए खिताबी जीत हासिल की थी. 2018 सीजन के लिए आयोजित मेगा ऑक्शन में चेन्नई ने अपने अधिकांश पुराने खिलाड़ियों को फिर से टीम में शामिल कर लिया. अधिकांश प्लेयर 30 साल की उम्र से ज्यादा के थे. इस कारण महेंद्र सिंह धोनी की टीम को ‘डैडी आर्मी’ भी कहा गया था. इस टीम ने सभी आलोचकों के मुंह को बंद करते हुए खिताब जीत लिया.
चेन्नई ने लीग राउंड में जीते थे 9 मैच
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 179 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई ने आईपीएल में अपना तीसरा खिताब जीता था. सीएसके नौ जीत के साथ प्लेऑफ में पहुंची थी. सनराइजर्स ने भी 14 लीग मैचों में इतनी ही जीत हासिल की थी. क्वालीफायर 1 में धोनी की अगुवाई वाली टीम करीबी मुकाबले में विजयी रही थी. उसके बाद सनराइजर्स को फाइनल में पहुंचने के लिए क्वालीफायर 2 खेलना और जीतना पड़ा था. उसने कोलकाता नाइटराइडर्स को हराया था.
सनराइजर्स को लगे थे शुरुआती झटके
फाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने श्रीवत्स गोस्वामी (5) को एक दुर्भाग्यपूर्ण रन-आउट आउट के रूप में खो दिया. पारी के दूसरे ओवर में टीम को पहला झटका लगा. शिखर धवन ने सावधानी से शुरुआत की लेकिन पावरप्ले ओवरों में टीम के स्कोर को आगे बढ़ाने के लिए बाउंड्री लगाई. हालांकि, जैसे ही यह दिख रहा था कि धवन और केन विलियम्सन चेन्नई के लिए खतरनाक हो रहे थे, नौवें ओवर में रवींद्र जडेजा ने बाएं हाथ के बल्लेबाज को आउट कर दिया. धवन ने 25 गेंदों में 26 रन बनाए.
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विलियम्सन, ब्रैथवेट और यूसुफ ने खेली तेज पारी
बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन अपने कप्तान के साथ रन गति को तेज करने के लिए क्रीज पर आए. दोनों ने मिलकर टीम को 12वें ओवर में 100 का स्कोर पार पहुंचा दिया. हालांकि, विलियम्सन (47) को कर्ण शर्मा ने स्टंप आउट करा दिया. कुछ ओवर बाद शाकिब (23) ड्वेन ब्रावो की गेंद पर सुरेश रैना को कैच दे बैठे. उनके आउट होने के बाद कार्लोस ब्रैथवेट ने 11 गेंदों में 21 रन बनाए. यूसुफ पठान ने25 गेंदों में 45 रन बनाकर नाबाद रहे. सनराइजर्स ने 20 ओवर में 6 विकेट पर 178 रन बनाए.
वॉटसन ने शतक ठोक मचाया था धमाल
जवाब में सीएसके ने फाफ डु प्लेसिस (10) को जल्दी खो दिया और पारी के चौथे ओवर के अंत में स्कोर 16/1 था. चेन्नई की टीम पावरप्ले में केवल 35 रन ही बना सकी. ब्रैथवेट ने 14वें ओवर में रैना (32) को आउट कर दिया. उस समय सीएसके को 39 गेंदों में सिर्फ 46 रनों की जरूरत थी. शेन वॉटसन एक तरफ से लगातार रन नबना रहे थे. उन्होंने अपना शतक पूरा किया और टीम को जीत दिलाई. सीएसके ने 18.3 ओवर में 2 विकेट पर 181 रन बनाकर मैच को जीत लिया. वॉटसन 57 गेंद पर नाबाद 117 रन बनाए. उन्होंने 11 चौके और 8 छक्के लगाए.
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‘डैडी आर्मी’ में बहुत दम
शेन वॉटसन ने टूर्नामेंट में 39.64 की औसत और 154.59 की स्ट्राइक रेट से 555 रन बनाए. उन्हें फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. चेन्नई इससे पहले 2010 और 2011 में खिताब जीता था. धोनी की कप्तानी में टीम को तीसरी ट्रॉफी मिल गई. यह जीत सीएसके के लिए बहुत खास थी क्योंकि उन्होंने दो साल के प्रतिबंध के बाद वापसी की थी और तुरंत खिताब जीता था. इस जीत ने साबित कर दिया कि सीएसके की ‘डैडी आर्मी’ में अभी भी बहुत दम है और वे किसी भी टीम को हरा सकते हैं.