Last Updated:March 18, 2025, 23:50 ISTIncredible Story : सोनभद्र के करमा थाना क्षेत्र के करकी गांव निवासी अनिल सिंह पटेल की तीन बेटियों का चयन यूपी पुलिस में हुआ है. तीनों ने परीक्षा पास करके अपने जिले का नाम रोशन कर दिया. गरीबी के बीच जमकर मेहनत क…और पढ़ेंयूपी के सोनभद्र के करकी गांव की तीनों सगी बहनों का एक साथ यूपी पुलिस में चयन…. रंगेश सिंह. सोनभद्र. मोदी सरकार के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के नारे से प्रेरित होकर एक परिवार की तीन सही बहनों ने अपनी मेहनत और लगन से यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में पास होकर अपने जिले का नाम रोशन कर दिया. सोनभद्र जिले के करमा थाना क्षेत्र के करकी गांव निवासी अनिल सिंह पटेल की तीन बेटियों ने पिता के गरीबी के बीच जमकर मेहनत की. यूपी के आखिरी जनपद सोनभद्र के करमा थाना क्षेत्र के करकी गांव की तीन होनहार बहनें लड़कियों के लिए रोल मॉडल बन गई हैं. गांव की तीनों बहनों सुमन सिंह पटेल, मंजू सिंह पटेल और आराधना सिंह पटेल ने एक साथ यूपी पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया है. पूरे गांव में जश्न का माहौल है. उनके पिता अनिल सिंह पटेल किसान हैं और माता राजकुमारी देवी गृहिणी हैं.
उनके दादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी यज्ञ नारायण सिंह पटेल थे. उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना अहम योगदान दिया था. यह परिवार न केवल अपनी संघर्ष गाथा के लिए जाना जाता है बल्कि अपनी नई पीढ़ी की शानदार उपलब्धियों के लिए भी प्रेरणा बना हुआ है. सेनानी यज्ञ नारायण सिंह पटेल के पांच पुत्रों के बच्चे-बच्चियों में चार सिपाही, एक असिस्टेंट मैनेजर (एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया) श्याम ललित सिंह पटेल, एक इंजीनियर (यूपीपीसीएल) शिवललित सिंह पटेल और अवधेश सिंह पटेल यूपी पुलिस में सेवाएं दे रहे हैं. यह परिवार मेहनत, लगन और देशसेवा का जीता-जागता उदाहरण बन गया है.
गांव में रहकर ही तीनों बहनों ने की पढ़ाईसिपाही बनीं तीनों बहनों ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हंस वाहिनी इंटरमीडिएट कालेज, कसया कला से प्राप्त की. आगे की शिक्षा जेपीएस महाविद्यालय कसया कला से ग्रहण की. गांव में रहकर ही तीनों बहनों ने पढ़ाई और पुलिस भर्ती की तैयारी की. उन्होंने यह बड़ी कामयाबी हासिल की. यह परिवार और इन बहनों की यह उपलब्धि आज के समाज में बेटियों की ताकत, आत्मनिर्भरता और परिवार के सपनों को साकार करने की एक शानदार मिसाल बन गई है.
आर्थिक तंगी की वजह से आईपीएस की तैयारी नहीं कर पाई: मंजू सिंहपुलिस भर्ती प्रक्रिया में चयनित मंजू सिंह पटेल ने बताया कि सर्वप्रथम एक से लेकर पांच तक की पढ़ाई हमने गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में की. 6वीं से लेकर इंटर तक की पढ़ाई हमने हंस वाहिनी इंटर कॉलेज में कंप्लीट की. ग्रेजुएशन कसया कॉलेज से किया. पूरी पढ़ाई सोनभद्र जिले में हुई. हमारे परिवार माता-पिता ने हमें पूरा सपोर्ट किया थोड़ा. आर्थिक तंगी की वजह से आईपीएस की तैयारी नहीं कर पाई. मुझे आईपीएस अधिकारी बनना है लेकिन मैं तैयारी करती रहूंगी. पहले जब पुलिस भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी तो पेपर लीक होने की वजह से हम लोग का परीक्षा नहीं दे सके. हमारा चार वर्ष खराब हो गया. हम लड़कियों को यह कहना चाहते हैं कि आप लोग भी आगे हैं. ज्यादा से ज्यादा नौकरियों में अपनी भूमिका निभाकर देश और समाज का नाम रोशन करें.
पुलिस विभाग में भर्ती होने का मन बनाकर इसकी तैयारी की : आराधना सिंहवहीं पुलिस भर्ती प्रक्रिया में चयनित हुई आराधना सिंह पटेल ने बताया कि सबसे पहले पढ़ाई हमारे गांव के ही प्राथमिक विद्यालय की. इसके बाद हंसवाहिनी इंटर कालेज से इंटर तक की पढ़ाई की. फिर पीलीभीत जाकर हमने एनएम का कोर्स किया. हमने समाज के लिए पुलिस विभाग में भर्ती होने का मन बनाकर इसकी तैयारी की. मेरे दादाजी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होकर देश को आजाद करने में अपनी भूमिका निभाई. इस तरह से हम भी देश की सेवा करें. उन बच्चियों और महिलाओं की रक्षा करें जो आज समाज में पीड़ित हैं, यही सोच लेकर हमने पुलिस भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लिया. मेहनत करके कामयाब हुई.
बेटियों के पिता अनिल सिंह पटेल का कहना है कि हमारे कुल 6 बच्चे हैं. चार बेटियां और दो बेटे. बड़ी बेटी का विवाह पहले ही हो चुका है. फिर तीन बेटियों का चयन पुलिस भर्ती में हुआ है. दो बेटे हैं जो छोटे हैं जिनकी पढ़ाई लिखाई का काम अभी चल रहा है. हमारे पास 8 बीघा खेत है, इस खेती से ही और कुछ कर्ज लेकर बेटियों को हमने पढ़ाया है. हमने कभी बेटी और बेटा में अंतर नहीं समझा. जहां तक जो सपोर्ट हो सकता था, हमने पूरा किया.
Location :Sonbhadra,Uttar PradeshFirst Published :March 18, 2025, 23:47 ISThomeuttar-pradesh3 बहनों का एकसाथ हुआ यूपी पुलिस में चयन, इस वजह से हुआ सिलेक्शन