Last Updated:March 18, 2025, 11:36 ISTMeerut News: युवा गुरदीप ने अपनी शिक्षा, टेक्नोलॉजी के माध्यम से पुराने ट्रैक्टर को भी मॉडिफाई करते हुए हाईटेक बना दिया है.X
सांकेतिक फोटोहाइलाइट्सगुरदीप ने पुराने ट्रैक्टर को हाईटेक बनाया.ट्रैक्टर में एसी और म्यूजिकल सिस्टम लगाया गया.मात्र एक लाख रुपए में ट्रैक्टर को मॉडिफाई किया.Meerut News: वर्तमान समय में युवा टेक्निकल शिक्षा में अध्ययन करते हुए प्रैक्टिकल के तौर पर ऐसे ऐसे कार्य करते हुए दिखाई देते हैं. जो अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बन जाते हैं. कुछ इसी तरह का नजारा मेरठ के रजपुरा गांव में भी देखने को मिल रहा है. जहां के रहने वाले युवा गुरदीप सिंह ने अपने पुराने ट्रैक्टर को मॉडिफाई करते हुए हाईटेक बना दिया है. जो गांव ही नहीं बल्कि रिश्तेदारी में भी चर्चा का विषय बना हुआ है. ऐसे में लोकल 18 की टीम द्वारा भी संबंधित युवा गुरदीप से खास बातचीत की गई.
सर्दी गर्मी में परेशानी से बचने का जुगाड़ बीटेक कंप्यूटर साइंस में अध्ययन करने वाले युवा गुरदीप बताते हैं कि पहले परिवार वाले जब खेत में किसी भी काम के लिए ट्रैक्टर लेकर भेज देते थे. तो भीषण गर्मी व बारिश में काम करने में काफी परेशानी होती थी. इन्हीं परेशानियों को देखते हुए उन्होंने अपने पुराने ट्रैक्टर को मॉडिफाई करने का मन बना लिया. इसके बाद कई मिस्रियों से ट्रैक्टर को मॉडिफाई करने के लिए संपर्क किया गया. लेकिन कोई भी तैयार नहीं था. ऐसे में एक मिस्त्री को वह घर पर लेकर आए. उस मिस्त्री को उन्होंने सारी चीज खुद ही बताई जिसके बाद यह ट्रैक्टर मॉडिफाई हो पाया. उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर में एसी के साथ-साथ म्यूजिकल सिस्टम भी लगाया गया है.
मात्र एक लाख रुपए में ट्रैक्टर बदल दिया गुरदीप बताते हैं कि बाजार में अगर इस तरह की हाईटेक केबल वाले ट्रैक्टर को खरीदने जाएंगे. तो लगभग 15 से 20 लाख रुपए की कीमत में मिलेंगे. जबकि उन्होंने अपने पुराने ट्रैक्टर को ही मात्र एक लाख रुपए में मॉडिफाई कर लिया है. वह कहते हैं कि अब इसमें गर्मी के मौसम में जहां पर एसी का आनंद लेते हुए गेहूं की कटाई सहित अन्य कार्य को कर पाएंगे. वहीं बारिश के मौसम में भी उन्हें कोई चिंता नहीं है.
बताते चलें गुरदीप बताते हैं कि ऐसी मॉडिफाई करने से ट्रैक्टर में कुछ अधिक लोड नहीं पड़ता है. पहले की तुलना में 2 रुपए का ज्यादा फर्क आया है. साथ ही काम करने की अगर बात की जाए तो पहले जहां बैठे हुए लगातार 5 से 6 घंटे काम कर पाते थे. अब उसका डबल 12 से 14 घंटे भी कर लेते हैं. क्योंकि सीट भी आरामदायक है. अगर उन्हें आराम भी करना होता है तो ट्रैक्टर को आराम कर लेते हैं.
Location :Meerut,Uttar PradeshFirst Published :March 18, 2025, 11:36 ISThomeuttar-pradeshये होता है जुगाड़! ट्रैक्टर का दिया अनोखा अंदाज, मॉडिफाई कर बना दिया हाईटेक