सुल्तानपुर की काजोल नेशनल कर्राटे चैंपियन, जीते 2 गोल्ड मेडल.

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सुल्तानपुर की काजोल नेशनल कर्राटे चैंपियन, जीते 2 गोल्ड मेडल.

Last Updated:March 16, 2025, 16:33 ISTसुल्तानपुर की काजोल ने कर्राटे नेशनल में 2 गोल्ड और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में कई पदक जीते हैं. उनके पिता मार्शल आर्ट कोच हैं. काजोल का सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करना है.X

Kajolहाइलाइट्सकाजोल ने कर्राटे नेशनल में जीते 2 गोल्ड मेडल.काजोल का सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करना है.काजोल के पिता मार्शल आर्ट कोच हैं.सुल्तानपुर: सुल्तानपुर की काजोल ने दिखाया है कि लड़कियां हर जगह अपना नाम रोशन कर सकती हैं. कराटे में काजोल ने नेशनल में 2 गोल्ड मेडल जीते हैं. राज्य स्तर पर भी काजोल ने कई पदक जीते हैं. काजोल के पिता, जो खुद एक मार्शल आर्ट कोच हैं, ने अपनी बेटी पर भरोसा दिखाया और उसे आगे बढ़ने का मौका दिया. काजोल का सपना है कि वो अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी बनकर भारत का नाम रोशन करें.

मिल चुके अब तक इतने मेडल16 साल की काजोल ने लोकल 18 को बताया कि वो 3 बार नेशनल लेवल पर मार्शल आर्ट खेल चुकी हैं. राज्य स्तर पर वो 3 गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं और अभी नेशनल चैंपियनशिप की तैयारी कर रही हैं. इसके अलावा उन्होंने जिला स्तर पर भी कई मेडल जीते हैं.

यह रहा पारिवारिक बैकग्राउंड काजोल, सुलतानपुर के करौंदिया में रहती हैं. उनके पिता मार्शल आर्ट के ट्रेनर हैं, इसलिए काजोल को बहुत अच्छी ट्रेनिंग मिल पाती है. उनकी मां घर संभालती हैं और काजोल को एक अच्छा खिलाड़ी बनाने में पूरा साथ देती हैं. काजोल के पिता का सपना है कि उनकी बेटी आगे चलकर सुलतानपुर जिले का नाम रोशन करे और एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी बने.

मानती हैं इनको अपना आदर्श लोकल 18 से बात करते हुए, काजोल ने बताया कि वो अपनी कामयाबी का श्रेय अपने पिता को देती हैं. खेल में उनका मन लगा रहे और वो हमेशा प्रेरित रहें, इसके लिए उन्होंने अपने पिता को अपना आदर्श बनाया है.

यह है सपना काजोल ने लोकल 18 को बताया कि वो पढ़ाई के साथ-साथ मार्शल आर्ट में भी आगे बढ़ना चाहती हैं. उनका सपना है कि वो मार्शल आर्ट में देश के लिए खेलें और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतें.
Location :Sultanpur,Uttar PradeshFirst Published :March 16, 2025, 16:33 ISThomesportsसुल्तानपुर की काजोल ने कर्राटे नेशनल में जीते 2 गोल्ड मेडल, अब सपना…

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