बच्चे का पहला साल उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस दौरान आहार उनके विकास में अहम भूमिका निभाता है. जहां एक ओर मां का दूध बच्चे के लिए बेहद फायदेमंद होता है, वहीं कुछ पैरेंट्स बच्चे के दांत आने के बाद उन्हें हर तरह के खाद्य पदार्थ देने लगते हैं.
ऐसे में सही फूड्स के चुनाव के साथ ऐसे फूड्स की जानकारी होना जरूरी है जो शिशू को पहले साल में नहीं खिलाना चाहिए. यहां आज हम आपको ऐसे ही कुछ फूड्स के बारे में बता रहे हैं-
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शहद
शहद को बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद समझा जाता है, लेकिन एक साल से छोटे बच्चों के लिए यह बिल्कुल सुरक्षित नहीं है. शहद में एक प्रकार का बैक्टीरिया (क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम) होता है, जो बच्चे के पाचन तंत्र में समस्या पैदा कर सकता है. यह बैक्टीरिया शिशु बोटुलिज़्म नामक बीमारी का कारण बन सकता है, जो जानलेवा हो सकती है.
फल का रस
फलों के रस में शुगर की मात्रा काफी अधिक होती है, जो बच्चे के दांतों के लिए हानिकारक हो सकती है. इसके अलावा, रस में फाइबर की कमी होती है, जो पेट की समस्याओं का कारण बन सकता है. बच्चों को फल का रस देने की बजाय ताजे फल देना ज्यादा फायदेमंद होता है.
नमक और चीनी
नमक और चीनी की अधिक मात्रा बच्चे के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है. यह किडनी और दिल पर बुरा असर डाल सकती है. इसके साथ ही बच्चों के टेस्ट बड्स पर भी असर पड़ता है. इसलिए, बच्चों के खाने में नमक और चीनी का प्रयोग कम से कम करना चाहिए.
कच्चा या अधपका खाना
बच्चों की इम्यूनिटी इस उम्र में कमजोर होती है, इसलिए उन्हें कच्चा या अधपका खाना नहीं देना चाहिए. इससे फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ सकता है. बच्चों के खाने को हमेशा अच्छे से पकाकर दें और साफ-सफाई का ध्यान रखें, ताकि वे किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से बच सकें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.