Study Shows 2 and Half Crore young people in US now living with a chronic condition ADHD Autism | सुपरपवर है देश, लेकिन यहां ढाई करोड़ युवा एडीएचडी और ऑटिज्म जैसी बीमारियों के साथ जी रहे

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Study Shows 2 and Half Crore young people in US now living with a chronic condition ADHD Autism | सुपरपवर है देश, लेकिन यहां ढाई करोड़ युवा एडीएचडी और ऑटिज्म जैसी बीमारियों के साथ जी रहे



Chronic conditions Amoun Youth In US: यूएस वैसे तो सुपरपावर मुल्क माना जाता है, लेकिन यहां के युवा बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. एक स्टडी के मुताबिक, अमेरिका में पिछले 20 सालों में अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर यानी एडीएचडी (ADHD), ऑटिज्म, अस्थमा, प्री-डायबिटीज और डिप्रेशन या एंग्जायटी जैसी क्रोनिक कंडीशन का प्रसार अभूतपूर्व स्तर, 30 फीसदी तक बढ़ गया है.
25 मिलियन पीड़ितस्टडी में दिखाया गया है कि तकरीबन 3 में से एक युवा या लगभग 25 मिलियन (2.5 करोड़) युवा जिनकी उम्र 5 से 25 साल के बीच है, अब इन कंडीशंस के साथ जी रहे हैं जो बचपन में शुरू हुई थीं. ये उनकी जिंदगी को बड़े स्तर से प्रभावित और सीमित कर रहा है.
रिसर्चर ने क्या कहा?अमेरिका (USA) में लॉस एंजिल्स (Los Angeles) के यूनिविर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया (University of California) में मेडिसिन के असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रमुख लेखक लॉरेन विस्क (Lauren Wisk) ने कहा, “बचपन की कंडीशन का प्रसार मौजूदा वक्त में पिछले अनुमानों की तुलना में अधिक है.”

विस्क ने आगे कहा, “जो युवा सामाजिक-आर्थिक रूप से कमजोर हैं, जैसे कि कम शिक्षा, कम आय, सार्वजनिक बीमा पर होना, या बेरोजगार होना, उन युवाओं की तुलना में पुरानी स्थिति के साथ जीने की संभावना अधिक है जिनके पास सामाजिक-आर्थिक लाभ हैं.”
कितने लोगों पर की गई रिसर्चपीयर-रिव्यूड जर्नल एकेडमिक पीडियाट्रिक्स (Academic Pediatrics) में छपी स्टडी के लिए, शोधकर्ताओं ने 5 से 25 साल की उम्र के अमेरिका के तकरीबन 236,500 प्रतिभागियों के डेटा का विश्लेषण किया.
इस उम्र के बच्चों को खतराउन्होंने पाया कि 5 से 17 साल की उम्र के बच्चों में फ्रीक्वेंसी 1999/2000 में तकरीबन 23 फीसदी से बढ़कर 2017/2018 तक 30 फीसदी से ज्यादा हो गई. ये हर साल अनुमानित 130,000 अतिरिक्त बच्चों के बराबर है. 18 से 25 साल की एज के यंग एडल्ट्स में, उसी ड्यूरेशन में प्रसार 18.5 फीसदी से बढ़कर 29 फीसदी हो गया, जो हर साल तकरीबन 80,000 अतिरिक्त युवा वयस्कों के बराबर है.
विस्क ने कहा, तकरीबन सभी स्थितियों का हाई क्वालिटी वाले हेल्थकेयर तक पहुंच के साथ इलाज किया जा सकता है. रिसर्चर्स ने इन युवाओं को उनकी हेल्थ और वेलबीइंग की रक्षा के लिए उनके जीवनकाल में स्वास्थ्य सेवा के साथ उचित रूप से जुड़ने में सहायता करने के लिए ज्यादा निवेश का आग्रह किया.
(इनपुट-आईएएनएस)

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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