Last Updated:March 06, 2025, 16:39 ISTनेपाल की 4 महिलाएं और 3 युवक काशी से गंगा जल लेकर करौली सरकार मंदिर की 400 किमी पैदल यात्रा पर हैं. उन्होंने 6 दिनों में 250 किमी का सफर तय किया और अब 100 किमी बाकी है.X
पैदल यात्रा करते हुवे हाइलाइट्सनेपाल के 7 भक्त 400 किमी की पैदल यात्रा पर हैं.भक्तों ने 6 दिनों में 250 किमी का सफर तय किया.100 किमी की यात्रा अभी बाकी है.चंद्र शेखर/कौशाम्बी. भक्तों में अद्भुत उत्साह देखने को मिल रहा है. एक हृदय रोगी भी 400 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके करौली सरकार मंदिर जा रहा है. नेपाल के रहने वाले 4 महिलाएं और 3 युवक बनारस से गंगा जल लेकर पैदल ही चल पड़े हैं. उनके मुंह पर ‘हर हर महादेव’ का नारा और हाथ में सनातन का झंडा है. उनकी आस्था काबिले तारीफ है, ना थकान, ना भूख-प्यास, बस आस्था ही आस्था. ये भक्त बनारस से चलकर कौशाम्बी जिले के अझुहा कस्बे में पहुंच चुके हैं, जो लगभग 200 किलोमीटर का सफर है. अब उनके पास 150 किलोमीटर का सफर बाकी है, जिसे वे आराम से पूरा कर रहे हैं.
नेपाल के रहने वाले इन 4 महिलाओं और 3 व्यक्तियों ने काशी विश्वनाथ पहुंचकर महादेव के दर्शन किए और फिर 25 फरवरी को काशी से गंगा जल लेकर करौली सरकार महादेव के लिए पैदल ही चल पड़े. उन्होंने 6 दिनों में 200 किलोमीटर का सफर तय कर कौशाम्बी जिले के अझुहा कस्बे में विश्राम किया. इस दौरान वे कहीं आश्रम में तो कहीं महादेव के मंदिर में रुकते रहे.
250 km का सफर किया तयमहिमा ने कहा, “श्री करौली महादेव की जय! हम लोग काशी विश्वनाथ से पैदल यात्रा करके करौली महादेव धाम कानपुर दर्शन करने जा रहे हैं. हम नेपाल के रहने वाले हैं. पहले हमने काशी विश्वनाथ में महादेव के दर्शन किए और वहां से गंगाजल लेकर करौली महादेव धाम कानपुर के लिए पैदल यात्रा शुरू की. अभी तक हमने 6 दिनों में 250 किलोमीटर का सफर तय किया है और अब लगभग 100 किलोमीटर का सफर बाकी है.
पूर्वजों की होती है मुक्तिउन्होंने आगे कहा, “हम मानते हैं कि श्री करौली शंकर महादेव, माता कामाख्या और परम पूजनीय बाबा जी श्री राधा रमन मिश्रा के शरण में आनंद की अनुभूति होती है. दरबार के नियमों का पालन करने से हमारे पूर्वजों की मुक्ति होती है और नकारात्मकता से छुटकारा मिलता है. इससे हम स्वस्थ रहते हैं और सुखी जीवन जी सकते हैं. आध्यात्मिक यात्रा के लिए आगे बढ़ने वाले लोगों को भी नकारात्मकता से छुटकारा मिलता है और वे आनंद की अनंत यात्रा पर आगे बढ़ सकते हैं. इसलिए हम भी पदयात्रा कर रहे हैं, ताकि गुरुदेव बाबा महादेव के प्यार और आशीर्वाद को प्राप्त कर सकें.
Location :Kaushambi,Uttar PradeshFirst Published :March 06, 2025, 16:39 ISThomeuttar-pradeshआस्था का ऐसा जज्बा हृदय रोग होने के बावजूद 350 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर रहा युवक