ICC Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा. टीम इंडिया ने ग्रुप राउंड में अपने सभी मैच जीतने के बाद सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम को पटखनी दे दी. इससे पहले उसने बांग्लादेश, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड को हराया था. टीम इंडिया ने अपने सारे मैच दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले हैं. फाइनल मुकाबला भी यही होना है. एक ही मैदान पर भारतीय टीम मैच कुछ लोगों को रास नहीं आ रहे हैं.
भारत को अनुचित लाभ मिलने का आरोप
कुछ क्रिकेट एक्सपर्ट और आलोचकों का कहना है कि इस कारण टीम इंडिया को अनुचित लाभ मिल रहा है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के बाद जब इस बारे में हेड कोच गौतम गंभीर से पूछा गया था तो उन्होंने तीखा जवाब दिया था. यहां तक कि उन्होंने आलोचकों को हमेशा शिकायत करने वाले तक कह दिया. हालांकि, दक्षिण अफ्रीकी मीडिया ने पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज पर निशाना साधा और उन्हें अहंकारी तक बता दिया.
गंभीर पर हमला करने की कोशिश
बता दें कि दूसरे सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. इस हार को वहां की मीडिया पचा नहीं पा रही है और गंभीर को घेरने का प्रयास कर रही है. दक्षिण अफ्रीकी मीडिया का कहना है कि भारतीय टीम भले ही फाइनल जीत जाए, लेकिन यह जीत गंभीर और उनकी टीम के लिए “खोखली” होगी.
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इस रिपोर्ट ने मचाई सनसनी
दक्षिण अफ्रीकी मीडिया वेबसाइट आईओएल डॉट सीओ डॉट जेडए द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में इस विषय पर उनकी टिप्पणियों के लिए गंभीर की आलोचना की गई और रिपोर्ट में कहा गया कि इस पूरी स्थिति में उनका अहंकार घिनौना है. रिपोर्ट में कहा गया, ”आईसीसी अकादमी और दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम के बीच की दूरी सिर्फ कुछ सौ मीटर है. यह बात पूर्व भारतीय ओपनर को बिल्कुल भी समझ में नहीं आई. लेकिन मैं इस बात से सहमत नहीं हूं. इस पूरी स्थिति में गंभीर का अहंकार शर्मनाक है. भारत रविवार को न्यूजीलैंड से भिड़ेगा, जिसने बुधवार को सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराया था और एक साल से भी कम समय में लगातार दूसरी बार आईसीसी ट्रॉफी जीतेगा.”
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गंभीर के बारे में ये लिखा?
रिपोर्ट में आगे कहा कहा, ”जब गंभीर दुबई की रात को जश्न मनाते हुए ट्रॉफी को आसमान की ओर उठाएंगे, तो वह एक कट्टर प्रतियोगी होने के नाते अपने अंदर गहराई से जान जाएंगे कि जिस तरह से यह हासिल किया गया है, उसमें कुछ खोखलापन है. यह ऐसी चीज है जिसके साथ उन्हें अपने लिविंग रूम में विजेता पदक को देखते हुए अपने जीवन के बाकी दिनों में जीना होगा.”