YouTuber Armaan Malik 2yr old son got rickets a dangerous bone disease know symptoms and long term effects | यूट्यूबर अरमान मलिक के 2 साल के बेटे को हुई ये खतरनाक बीमार, जानें लक्षण और इसके लॉन्ग टर्म इफेक्ट

admin

YouTuber Armaan Malik 2yr old son got rickets a dangerous bone disease know symptoms and long term effects | यूट्यूबर अरमान मलिक के 2 साल के बेटे को हुई ये खतरनाक बीमार, जानें लक्षण और इसके लॉन्ग टर्म इफेक्ट



यूट्यूब स्टार अरमान मलिक की दोनों पत्नी पायल और कृतिका ने हाल ही में वीडियो पर एक चौंकाने वाली खबर साझा की. उन्होंने बताया कि उनके 2 साल के बेटे जैद को रिकेट्स नामक खतरनाक हड्डियों की बीमारी हो गई है.
यह बीमारी विटामिन डी, कैल्शियम या फास्फोरस की कमी के कारण होती है, जो हड्डियों के कमजोर होने और विकृति का कारण बन सकती है. यह खबर सभी माता-पिता के लिए अलार्मिंग है, क्योंकि यह बीमारी बच्चों में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है. रिकेट्स को बेहतर तरीके से समझने के लिए यहां हम आपको इसके लक्षणों और इसके परिणामों के बारे में डिटेल में बता रहे हैं.  
इसे भी पढ़ें- दूध नहीं पसंद तो हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए खाएं ये 4 चीज, कैल्शियम की नहीं होगी कभी कमी
रिकेट्स क्या है?
रिकेट्स बच्चों में होने वाली एक बीमारी है, जो हड्डियों के विकास में रुकावट डालती है. इस बीमारी में हड्डियां कमजोर और मुलायम हो जाती हैं, जिससे हड्डियों का सही तरीके से विकास नहीं हो पाता. यह समस्या अक्सर तब होती है जब शरीर को पर्याप्त विटामिन D, कैल्शियम, या फास्फोरस नहीं मिल पाते. 
रिकेट्स के लक्षण
हड्डियों का मुलायम होना- बच्चों की हड्डियां नरम और विकृत हो सकती हैं, जिससे पैर की हड्डियों का मुड़ना आम है.दर्द और कमजोरी- बच्चों को हड्डियों और जोड़ों में दर्द और कमजोरी महसूस हो सकती है, जिससे वे चलने-फिरने में असमर्थ हो सकते हैं.विकृत हड्डियां- बच्चों की हड्डियां सामान्य से अधिक चौड़ी हो सकती हैं, खासकर उनके घुटनों और कलाई में.हाइट न बढ़ना- रिकेट्स से पीड़ित बच्चे सामान्य से धीमी गति से बढ़ते हैं.मांसपेशियों की कमजोरी- मांसपेशियां भी कमजोर हो सकती हैं, जिससे बच्चे को मूवमेंट करने में दिक्कत हो सकती है.
रिकेट्स के साइड इफेक्ट्स
यदि रिकेट्स का समय रहते इलाज नहीं किया जाता, तो इसके दीर्घकालिक प्रभाव गंभीर हो सकते हैं. इसमें हड्डियों की विकृति, हार्ट, श्वसन और आंतरिक अंगों की समस्या, असामान्य मानसिक विकास शामिल है.
इलाज और रोकथाम
रिकेट्स का इलाज आमतौर पर विटामिन D, कैल्शियम और फास्फोरस के सही आहार से किया जाता है. डॉक्टर बच्चे को उचित आहार और दवाइयां सुझाते हैं, जिससे हड्डियों की कमजोरी ठीक हो सकती है. इसके अलावा, बच्चों को धूप में उचित समय तक रखने की सलाह दी जाती है. क्योंकि सूर्य की किरणों से मिलने वाला विटामिन D हड्डियों के लिए जरूरी होता है.
इसे भी पढ़ें- शरीर की गंदगी के साथ साफ हो जाएंगी ये 5 दिक्कतें, पानी में मिलाकर नहाएं एप्सम सॉल्ट
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 



Source link