Last Updated:March 04, 2025, 12:49 ISTAligarh Gaushala News: यूपी के अलीगढ़ में एक अनोखी गौशाला चलाई जाती है. इस गौशाला में लगभग 600 गोवंश हैं. डबल डेकर यह गौशाला पूरे प्रदेश में मशहूर है. यहां साल में एक बार गौ कथा का आयोजन भी किया जाता है. 3 बीघे…और पढ़ेंX
यहाँ मौजूद है यूपी की पहली डबल डेकर गौशालाहाइलाइट्सअलीगढ़ में यूपी की पहली डबल डेकर गौशाला बनाई गई है.गौशाला में 500 से ज्यादा गायों का पालन पोषण होता है.गायों के स्वास्थ्य के लिए डॉक्टर की तैनाती की गई है.अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ में प्रदेश की पहली डबल डेकर गौशाला बनाई गई है. यहां बिना सरकार के अनुदान 500 से ज्यादा गायों का पालन पोषण होता है. यूपी की इस गौशाला के ऊपर छत पर बनी है. वहां भी गायें रहती है. ऐसे में ऊपर और नीचे दोनों ही जगहों पर गाय पाली गई हैं. इस गौशाला में 500 से ज्यादा गोवंशों का पालन पोषण हो रहा है. सबसे खास बात यह है कि यह गौशाला सरकार के बिना किसी अनुदान के लंबे समय से संचालित की जा रही है.
गायों के स्वास्थ्य के लिए है डॉक्टर की तैनाती
इस गौशाला मे गायों को उम्र के हिसाब से बैरंग में रखा जाता है. यानी ब्लाइंड गाय के लिए अलग बैरंग है. विकलांग गाय के लिए अलग बैरंग है. घायल गायों के लिए अलग बैरंग है. यहां गाय के बच्चों के लिए अलग बैरंग है. इसके अलावा नंदियों के लिए अलग बैरंग बनाई गई है. यहां गायों के स्वास्थ्य के लिए एक डॉक्टर की भी तैनाती की गई है.
गौशाला में लगाए गए हैं पंखे
वहीं, गर्मियों को देखते हुए सभी गायों के लिए पंखे भी लगाए गए हैं. शहर के कई समाज सेवी मिलकर इस गौशाला को संचालित करते हैं. अलीगढ़ में कमिश्नर रहे अजयदीप सिंह इस गौशाला के संरक्षक हैं. गाय के द्वारा दिए जा रहे दूध को सेल आउट किया जाता है. इस गौशाला को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं, लगभग 3 बीघा जगह में शहर के बेहद व्यस्त इलाके में यह गौशाला बनाई गई है.
शुरूआत में थी 5 गायें
वहीं, गौशाला संचालिका कृष्ण गुप्ता बताती हैं कि उन्हें गौशाला से जुड़े हुए करीब 20-22 साल हो चुके हैं. इससे पहले इस गौशाला की दुर्दशा बहुत दयनीय थी. जब से उन्होंने इस गौशाला को चलाना शुरू किया है. तब से ठाकुर जी की कृपा है कि यहां गायों की तादाद दिन प्रतिदिन बढ़ती चली गई. शुरुआत में यहां मात्र 5 से 10 गायें हुआ करती थी. जो अब 500 से 600 के बीच मे इनकी संख्या पहुंच गई है.
तरक्की कर रहा है गौशाला
कृष्ण गुप्ता बताती हैं कि इस गौशाला से जुड़ने के बाद उन्होंने एक टीम तैयार की. जहां इस टीम के साथ मिलकर इस गौशाला को संवारा. आज उनकी टीम की ही बदौलत यह गौशाला तरक्की करता जा रहा है. आज इस गौशाला में 600 के करीब गोवंश है. उन्होंने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज जनता की बदौलत यहां 600 गोवंशों का संचालन हो रहा है.
गौ कथा का होता है आयोजन
इस गौशाला में सरकार का एक भी पैसा यहां नहीं आता है. यह गौशाला बिना किसी सरकारी मदद के लोगों के दान द्वारा अच्छे से चल रहा है. इस गौशाला में साल में एक बार गौ कथा का आयोजन किया जाता है. साल में एक बार हमारी टीम इस गौशाला के लिए दान लेने निकलती है. जहां लोगों द्वारा भरपूर दान दिया जाता है, जिससे साल भर यह गौशाला अच्छे से चलती है. यहां गायों का पालन पोषण भली भाती रूप से किया जाता है.
Location :Aligarh,Uttar PradeshFirst Published :March 04, 2025, 12:45 ISThomeuttar-pradeshयूपी में डबल डेकर गौशाला! 5 गायों से संख्या हुई 500, 3 बीघे में होती है देखभाल