Lancet Global Health Study: मुंह और दांतों से जुड़ी बीमारियों से दुनिया भर की बड़ी आबादी प्रभावित है. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज के आंकड़ों के आधार पर दुनियाभर में 1990 से 2021 तक की मुंह और दांतों से जुड़ी बीमारियों के बोझ पर रिसर्च किया गया है, जिसमें पाया गया कि 2021 में 3.69 अरब से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
लैंसेट ग्लोबल हेल्थ की स्टडी
लैंसेट ग्लोबल हेल्थ की स्टडी में 1990 से 2021 के बीच बीमारी के आंकड़ों को अपडेट किया गया है. रिसर्च में यह पाया गया कि मुंह की अलग-अलग बीमारियों में 2021 में भारत के 7.13 लाख लोगों पर असर पड़ा. इनमें दांतों की सड़न, मसूड़ों की बीमारी, दांतों का नुकसान और मुंह का कैंसर शामिल है. दुनिया भर में दांतों की बीमारियों के सबसे ज्यादा केस हैं. 2.24 अरब लोग इससे जूझ रहे हैं, इसके अलावा मसूड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारी से 1.07 अरब लोग प्रभावित हैं. वहीं दुनियाभर में मुंह के कैंसर के हर साल करीब 3.8 लाख नए मामले सामने आते हैं.
ग्लोबल ओरल हेल्थ एक्शन प्लान 2023-2030
डब्ल्यूएचओ दुनियाभर में मुंह के रोगों को कम करने के लिए ग्लोबल ओरल हेल्थ एक्शन प्लान 2023-2030 चला रहा है. इसका लक्ष्य 2030 तक मुंह की बीमारियों में 10% की कमी लाना है. लेकिन दुनिया के ज्यादातक देश ये लक्ष्य नहीं हासिल कर पा रहे हैं. WHO की कोशिशों के बाद भी मुंह की बीमारियों की संख्या कम करने में कुछ खास सफलता नहीं मिल पा रही है.
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