Scientists discover amazing smartwatch that will instantly recognize the risk of cardiac arrest | वैज्ञानिकों की कमाल की खोज! कार्डियक अरेस्ट का खतरा तुरंत पहचान लेगी स्मार्टवॉच

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Scientists discover amazing smartwatch that will instantly recognize the risk of cardiac arrest | वैज्ञानिकों की कमाल की खोज! कार्डियक अरेस्ट का खतरा तुरंत पहचान लेगी स्मार्टवॉच



अब स्मार्टवॉच सिर्फ समय ही नहीं बताएगी, बल्कि आपकी जान भी बचा सकती है. वैज्ञानिकों ने एक ऐसी स्मार्टवॉच विकसित की है, जो कार्डियक अरेस्ट के खतरे को पहले ही पहचान लेगी. इस मॉर्डन तकनीक की मदद से समय रहते चेतावनी मिल जाएगी, जिससे गंभीर स्थितियों में तुरंत मेडिकल हेल्प ली जा सकेगी. यह खोज उन लाखों लोगों के लिए राहत भरी खबर है, जो दिल की बीमारी जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं.
हाल ही में गूगल रिसर्च के नेतृत्व में हुई एक स्टडी में यह खुलासा हुआ कि एक खास स्मार्टवॉच कार्डियक अरेस्ट का खतरा पहचान सकती है और इमरजेंसी सेवाओं को स्वतः कॉल कर सकती है. यह स्मार्टवॉच मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करती है, जो हाई सटीकता (99.99%) के साथ दिल की धड़कन रुकने की स्थिति का पता लगाती है.
कैसे काम करती है यह स्मार्टवॉच?यह स्मार्टवॉच फोटोप्लेथीस्मोग्राफी (PPG) और गति डेटा का यूज करके हार्ट रेट पर नजर रखती है. जब यह डिवाइस महसूस करती है कि दिल की धड़कन बंद हो गई है, तो यह 57 सेकंड के भीतर स्थिति का विश्लेषण करती है. इसके बाद, 20 सेकंड का एक रिस्पॉन्स चेक होता है. यदि यूजर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता, तो यह स्मार्टवॉच स्वचालित रूप से इमरजेंसी सेवाओं को कॉल कर देती है. इस अध्ययन के दौरान वैज्ञानिकों ने स्मार्टवॉच की सटीकता की जांच छह अलग-अलग परिस्थितियों में की. इनमें क्लिनिकल सेटिंग, वास्तविक जीवन की स्थितियां और ज्यादा एक्टिविटी वाले परिदृश्य शामिल थे.
कैसे हुआ अध्ययन?इस शोध के लिए 100 मरीजों को एक इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी लैब में रखा गया, जहां उनकी हार्ट रेट को कंट्रोल तरीके से रोका गया. इसके अलावा, 99 अन्य प्रतिभागियों पर एक विशेष तकनीक (टूर्निकेट-प्रेरित नसों में ब्लॉकेज) का उपयोग करके पल्सलेसनेस (धड़कन रुकने) की स्थिति उत्पन्न की गई. वहीं, 948 लोगों ने इस स्मार्टवॉच को रोजमर्रा की जिंदगी में पहनकर इसका टेस्ट किया. इसके अलावा, 21 स्टंट कलाकारों ने अचानक गिरने की स्थिति को दोहराया ताकि वास्तविक जीवन में कार्डियक अरेस्ट की नकल की जा सके.
स्मार्टवॉच कितनी कारगर है?शोध के अनुसार, जब व्यक्ति बिना किसी गतिविधि के था, तब कार्डियक अरेस्ट की पहचान करने की सेंसिटिविटी 72% थी, जबकि अचानक गिरने जैसी स्थितियों में यह 53% सटीक रही. अध्ययन में पाया गया कि स्मार्टवॉच में झूठे इमरजेंसी कॉल की संभावना बहुत कम (1 झूठा कॉल प्रति 21.67 यूजर-वर्ष) है.
दिल के मरीजों के लिए वरदान साबित होगी यह तकनीकविशेषज्ञों का मानना है कि यह स्मार्टवॉच हार्ट रेट रुकने की घटनाओं को समय रहते पहचानकर जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. खासकर, उन मामलों में जहां कार्डियक अरेस्ट की घटना के समय आसपास कोई मौजूद नहीं होता. वैज्ञानिक इस तकनीक को और अधिक सटीक और विश्वसनीय बनाने के लिए लगातार सुधार कर रहे हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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