ambati rayudu praised team india performance specially virat kohli comeback in champions trophy | IND vs NZ: कोहली की फॉर्म में वापसी से भारत मजबूत, पूर्व क्रिकेटर ने टीम इंडिया में भरा जोश

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ambati rayudu praised team india performance specially virat kohli comeback in champions trophy | IND vs NZ: कोहली की फॉर्म में वापसी से भारत मजबूत, पूर्व क्रिकेटर ने टीम इंडिया में भरा जोश



Team India: भारत के पूर्व बल्लेबाज अंबाती रायुडू को लगता है कि चैंपियंस ट्रॉफी में विराट कोहली की फॉर्म में वापसी ने उनकी पहले से मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप को और मजबूती दे दी है. रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारत ग्रुप ए में बांग्लादेश और चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ लगातार जीत हासिल करने के बाद आठ टीमों के टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंच गई है. कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में विजयी शतक लगाया और अपने पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 22 रन का योगदान दिया. इस बीच शुभमन गिल शीर्ष क्रम में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 46 रन की पारी खेलने से पहले बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाया. उन्होंने टूर्नामेंट में अब तक 147 रन बनाए हैं.
भारत की सबसे बड़ी ताकत
रायुडू ने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत की मुख्य ताकत टीम का समग्र संतुलन है. हमारी शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी शानदार रही है और विराट के फॉर्म में आने से हमारी पहले से मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप को और बल मिला है.’ इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत अपने अगले मैच में न्यूजीलैंड के स्पिनरों का सामना कैसे करता है.
न्यूजीलैंड से 2 मार्च को मैच
न्यूजीलैंड के खिलाफ 2 मार्च से होने वाले मैच को लेकर रायुडू ने कहा, ‘न्यूजीलैंड के स्पिनरों के खिलाफ उन्हें देखना वाकई दिलचस्प होगा. यह उनके लिए एक बड़ी परीक्षा होगी. आगे बढ़ते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ यह मैच सेमीफाइनल में जाने से पहले भारत के लिए चीजों को खूबसूरती से तैयार करेगा.’ सेमीफाइनल की तैयारी से पहले ब्लू टीम 2 मार्च को अपने अंतिम ग्रुप मैच में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी.
टूर्नामेंट से इंग्लैंड के जल्दी बाहर होने पर रायुडू ने कहा कि उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में इंग्लिश टीम का मध्यक्रम मौके पर खरा नहीं उतर पाया. उन्होंने कहा, ‘नहीं, मुझे लगता है कि स्पिन के खिलाफ इंग्लैंड की बल्लेबाजी और मध्यक्रम की बल्लेबाजी बहुत अच्छी नहीं रही है. हमने भारत के खिलाफ सीरीज में भी यह देखा है. इसलिए चैंपियंस ट्रॉफी में भी उनका संघर्ष स्पष्ट था. लेकिन आश्चर्यजनक बात यह थी कि उन्होंने परिस्थितियों के अनुकूल ढलने या बुनियादी बातों पर टिके रहने की कोशिश भी नहीं की. वे अपनी खेल शैली के मामले में बहुत ही अड़ियल थे. और अंत में, यह उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में इतना अच्छा साबित नहीं हुआ.’



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