3 best yoga poses to remove weakness and increase appetite | कमजोरी और भूख की कमी को दूर करेंगे ये 3 योगासन, जानिए कैसे करें अभ्यास!

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3 best yoga poses to remove weakness and increase appetite | कमजोरी और भूख की कमी को दूर करेंगे ये 3 योगासन, जानिए कैसे करें अभ्यास!



आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और अनियमित खानपान के कारण कई लोगों को भूख न लगने की समस्या का सामना करना पड़ता है. कमजोर पाचन तंत्र, तनाव और लाइफस्टाइल की गड़बड़ी से भूख कम हो जाती है, जिससे शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता. ऐसे में दवाइयों के बजाय योगासन एक नेचुरल और प्रभावी तरीका है, जो न केवल भूख बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है.
योग प्राचीन भारतीय लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा है, जिसे अपनाकर कई स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ विशेष योगासन पेट की मसल्स को एक्टिव करते हैं और पाचन प्रक्रिया को तेज करते हैं. अगर आपको भी भूख कम लगने की समस्या है, तो रोजाना ये 3 योगासन करने से आपकी समस्या दूर हो सकती है. आइए जानते हैं कौन-से हैं ये असरदार योगासन और कैसे ये भूख बढ़ाने में मदद करते हैं.
1. पवनमुक्तासनपवनमुक्तासन पेट की गैस, अपच और भूख न लगने की समस्या को दूर करने में बेहद लाभकारी है. इस योगासन से पेट की मसल्स पर दबाव पड़ता है, जिससे आंतों की एक्विविटी में सुधार होता है. इस योग को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और दोनों पैरों को मोड़कर छाती की ओर लाएं. अब अपने घुटनों को दोनों हाथों से पकड़कर सिर को उठाएं और ठोड़ी को घुटनों से छूने की कोशिश करें. इस पोज में 20-30 सेकंड तक रहें और धीरे-धीरे वापस आएं.
2. भुजंगासनभुजंगासन पाचन तंत्र को मजबूत करने और भूख बढ़ाने में मदद करता है. इससे पेट के अंगों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और मेटाबॉलिज्म तेज होता है. इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और दोनों हथेलियों को कंधों के पास रखें. अब सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं और सिर को पीछे की ओर झुकाएं. इस स्थिति में 20-30 सेकंड तक रहें और फिर सामान्य अवस्था में लौटें.
3. अर्धमत्स्येन्द्रासनअर्धमत्स्येन्द्रासन से पाचन अंगों की मालिश होती है और भूख बढ़ती है. इससे आंतों की सफाई होती है और शरीर से गंदगी बाहर निकल जाती है. इसको करने के लिए जमीन पर बैठें और बाएं पैर को मोड़कर दाएं घुटने के बाहर रखें. फिर दाएं हाथ को पीछे रखें और बाएं हाथ से घुटने को पकड़ें. इस स्थिति में 20-30 सेकंड तक रहें और फिर दूसरी ओर दोहराएं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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