नवी मुंबई के घंसोली स्थित एक नगर निगम स्कूल के 14 वर्षीय छात्र की महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित इमैजिका थीम पार्क में स्कूल ट्रिप के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई. यह घटना मंगलवार को हुई जब आठवीं कक्षा के छात्र अयुष धर्मेंद्र सिंह को अचानक सीने में तकलीफ महसूस हुई और वह एक बेंच पर बैठ गए. कुछ ही देर बाद वह बेहोश होकर गिर पड़े.
शिक्षकों और पार्क स्टाफ ने तुरंत उन्हें पार्क में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां से उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल पहुंचने से पहले ही मृत घोषित कर दिया. सरकारी मेडिकल ऑफिसर की देखरेख में किए गए पोस्टमॉर्टम में पुष्टि हुई कि छात्र की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई. पुलिस ने खालापुर पुलिस स्टेशन में एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट दर्ज कर ली है.
बच्चों में बढ़ रही दिल की बीमारियों की चिंताहाल के वर्षों में न सिर्फ वयस्क बल्कि कम उम्र के बच्चों में भी दिल से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों की अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतें इसका प्रमुख कारण हैं. अधिक मात्रा में जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड खाने से बच्चों की नसों में प्लाक जमा होने लगता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
बच्चों के दिल के लिए जहर से कम नहीं ये फूड्स* फास्ट फूड और जंक फूड: पिज्जा, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज जैसे जंक फूड्स में सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट अधिक होता है, जो दिल की नसों को ब्लॉक कर सकता है.* कार्बोनेटेड ड्रिंक्स: कोल्ड ड्रिंक्स और शुगरी बेवरेज में ज्यादा मात्रा में शुगर होती है, जो मोटापा बढ़ाकर दिल की बीमारी का खतरा बढ़ाती है.* पैकेज्ड स्नैक्स: चिप्स, इंस्टेंट नूडल्स और पैकेट वाली मिठाइयों में प्रिजर्वेटिव्स और नमक की मात्रा ज्यादा होती है, जो ब्लड प्रेशर और दिल की समस्याओं को जन्म देता है.* डीप फ्राइड फूड्स: तले-भुने खाद्य पदार्थ जैसे समोसा, पकौड़ी आदि में हाई कैलोरी और ट्रांस फैट होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाकर दिल पर दबाव डालते हैं.* रेडी-टू-ईट मील्स: प्रोसेस्ड और फ्रोज़न फूड्स में केमिकल्स और एडिटिव्स होते हैं, जो शरीर में सूजन बढ़ाकर दिल की सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं.
क्या करें बचाव के लिए?हेल्दी डाइट अपनाएं: बच्चों के आहार में ताजे फल, सब्जियां, होल ग्रेन्स और हेल्दी फैट शामिल करें.फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं: बच्चों को नियमित रूप से आउटडोर गेम्स खेलने और शारीरिक गतिविधियों में शामिल करें.जंक फूड से दूरी: पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड की बजाय घर का बना बैलेंस डाइट दें.नियमित हेल्थ चेकअप: समय-समय पर बच्चों का दिल की सेहत की जांच करवाएं, ताकि किसी भी समस्या का समय पर पता चल सके.