Last Updated:February 27, 2025, 14:40 ISTलखीमपुर के निघासन में ग्रामीणों ने लकड़ी का अस्थायी पुल बनाया है, जो कमजोर है और जान जोखिम में डालकर पार करना पड़ता है. ग्रामीण पक्के पुल की मांग कर रहे हैं.X
जोहर नदी के मांझा घाट पर बना लकड़ी का अस्थाई पुल.हाइलाइट्सग्रामीणों ने खुद बनाया लकड़ी का पुल.पक्के पुल की मांग कर रहे हैं ग्रामीण.बारिश में पुल हटाने से होती है परेशानी.लखीमपुर: जिले के निघासन क्षेत्र में स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी जरूरतों को देखते हुए खुद ही लकड़ी का पुल बनाया है, जिससे लोग आवागमन कर रहे हैं. निघासन तहसील के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली जोहर नदी के मांझा घाट पर हर साल ग्रामीणों के सहयोग से यह अस्थायी पुल तैयार किया जाता है. हालांकि, यह पुल काफी कमजोर है और लोगों को जान जोखिम में डालकर इसे पार करना पड़ता है.
हर साल बनता है लकड़ी का पुलहैरानी की बात यह है कि इस क्षेत्र के ग्रामीण हर साल आपस में चंदा इकट्ठा करके लकड़ी का पुल बनाते हैं, जिसे जून महीने में बारिश से पहले हटा दिया जाता है. बारिश के दौरान जब नदी का जलस्तर बढ़ जाता है, तो ग्रामीणों को नाव के सहारे नदी पार करनी पड़ती है. इससे न सिर्फ ग्रामीणों को परेशानी होती है, बल्कि स्कूली बच्चों की पढ़ाई भी बाधित होती है.
ग्रामीणों ने बताई अपनी समस्याअशोक कुमार गौतम, जो इस क्षेत्र के निवासी हैं, बताते हैं कि इस अस्थायी पुल को पार करते समय कई बार हादसे भी हो चुके हैं. स्कूली छात्र-छात्राएं इसी पुल के सहारे स्कूल-कॉलेज आते-जाते हैं, लेकिन जब बारिश में पुल हटा लिया जाता है, तो कई महीनों तक वे स्कूल नहीं जा पाते, जिससे उनकी परीक्षाएं भी छूट जाती हैं.ग्रामीणों का कहना है कि मांझा घाट पर पक्के पुल के निर्माण के लिए वे कई बार जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ. जनप्रतिनिधि चुनाव के समय इस पुल का मुद्दा उठाते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई इस ओर ध्यान नहीं देता.
प्रशासन की अनदेखी, ग्रामीणों की बेबसीग्रामीणों का कहना है कि यह पुल उनके लिए बेहद जरूरी है, लेकिन हर साल इसे खुद ही बनाना और फिर हटाना उनकी मजबूरी बन गई है. उनकी मांग है कि सरकार जल्द से जल्द यहां एक पक्का पुल बनवाए, ताकि उनकी परेशानी खत्म हो सके और स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो.इस समस्या को लेकर प्रशासन कब तक चुप रहेगा, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन हर साल बनाई जाने वाली इस अस्थायी पुल की तस्वीरें सरकार और सिस्टम पर कई सवाल खड़े करती हैं.
Location :Lakhimpur,Kheri,Uttar PradeshFirst Published :February 27, 2025, 14:40 ISThomeuttar-pradeshनदी के उस पार सपना, इस पार मजबूरी…लकड़ी के पुल के सहारे चल रही ग्रामीणों की