Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 23, 2025, 20:54 ISTसैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह, बहराइच में, धार्मिक स्थल है जहां हर साल हजारों लोग माथा टेकते हैं. यहां का ऐतिहासिक पत्थर, जिसे झौरा और भौंरा पहलवान उठाते थे, मुरादें पूरी करने के लिए प्रसिद्ध है.X
इस पत्थर को उठा कर लोग मांगते है मुराद.हाइलाइट्सबहराइच में सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह प्रसिद्ध है.दरगाह में एक चमत्कारी पत्थर है जो मुरादें पूरी करता है.पत्थर को सच्चे मन से उठाने पर इच्छाएं पूरी होती हैं.बहराइच: यूपी के बहराइच जिले में स्थित सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जहां हर साल हजारों की संख्या में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समुदाय के लोग पहुंचकर माथा टेकते हैं और अपनी मुरादें मांगते हैं. इस दरगाह में एक भारी भरकम पत्थर मौजूद है, माना जाता है कि इस पत्थर से हजारों वर्ष पहले झौरा और भौंरा नाम के दो पहलवान कसरत किया करते थे. इस पत्थर के बारे में मान्यता है कि इसे चूमकर और उठाकर जो भी सच्चे मन से कामना की जाती है, वह पूरी हो जाती है.
झौरा और भौंरा का कसरत पत्थरदरगाह में आने वाले जायरीनों के मन में अक्सर इस पत्थर को लेकर कई सवाल होते हैं, लेकिन इस पत्थर के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाती. प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह पत्थर लगभग 1023 साल पुराना है और शुरुआती दौर में इसका वजन एक कुंटल से अधिक था. यह पत्थर झौरा और भौंरा नाम के पहलवानों द्वारा कसरत के लिए उठाया जाता था.
आज भी लोग मांगते हैं मुरादसमय के साथ यह पत्थर घिसकर हल्का हो चुका है और हाल ही में यह बीच से टूट भी गया है, लेकिन अब भी लोग इसे उठाकर अपनी मुरादें मांगते हैं. ऐसा माना जाता है कि अगर कोई सच्चे मन से इस पत्थर को दोनों हाथों से उठाकर अपनी इच्छा जाहिर करता है, तो उसकी मुराद पूरी हो जाती है. यह पत्थर सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह के बाहर, पेड़ की छांव में बने स्थान के पास रखा हुआ है. इसके पास में ही गुलाम नबी नाम के एक शख्स बैठते हैं, जो इस पत्थर के बारे में जानकारी रखते है.
Location :Bahraich,Uttar PradeshFirst Published :February 23, 2025, 20:54 ISThomeuttar-pradeshयूपी के बहराइच में मौजूद एक चमत्कारी पत्थर, जिसे सच्चे मन से उठा लो तो..