Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 13, 2025, 12:52 IST Meerut News: मेरठ के दरोगा मुनेश सिंह, जिन्होंने 25 से अधिक एनकाउंटर किए और राष्ट्रपति वीरता पदक प्राप्त किया, सीने में गोली लगने के बाद चमत्कारिक रूप से बचे. अब उनका मन विचलित है और वे संत प्रेमानंद महाराज से…और पढ़ेंMeerut News: यूपी पुलिस के जाबांज दरोगा मुनेश सिंह हाइलाइट्सदरोगा मुनेश ने 25 से अधिक एनकाउंटर किए हैंमुठभेड़ में गोली लगने के बाद भी प्रभु की कृपा से बचेसंत प्रेमानंद से मिले, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरलमेरठ. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मेरठ में तैनात एक दरोगा संत प्रेमानंद महाराज के पास पहुंचते हैं और कहते हैं कि उन्होंने कई एनकाउंटर किए हैं. बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान उन्हें सीने में गोली लगी थी और उनकी मौत की खबर भी जारी हो गई थी, लेकिन प्रभु की कृपा से वह बच गए. अब उनका मन विचलित रहता है और वह भगवान की शरण में जाना चाहते हैं.
वायरल वीडियो में मुनेश कहते हैं, “मैं मुनेश हूं, मेरठ में थाना अध्यक्ष के पद पर तैनात हूं. महाराज जी, मैंने अपनी पूरी नौकरी में बहुत एनकाउंटर किए हैं और मुझे सम्मान भी मिला है, राष्ट्रपति वीरता पदक भी मिला है. पिछले साल 22 जनवरी को, जिस दिन राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी, बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान मुझे सीने में गोली लगी और मेरी मृत्यु की खबर भी जारी हो गई थी. लेकिन प्रभु की कृपा से मैं बच गया. मेरा प्रश्न यह है कि क्या मैं अपने पद पर ऐसे ही चलता रहूं या प्रभु की शरण में आ जाऊं? मेरा मन विचलित रहता है.”
प्रेमानंद जी ने दी ये सलाहमहाराज कहते हैं, “पता नहीं क्या प्रभु की लीला है और हम इसी सांसारिक निर्वाह के चक्कर में मनुष्य जीवन का जो मूल कर्तव्य है, उससे वंचित हो जाएं तो ठीक नहीं है. अगर आपका मन साथ दे, तो कुछ समय निकालिए और भगवत प्राप्ति के लिए प्रयास कीजिए.”
प्रेमानंद जी से बातचीत का वीडियो वायरलमुनेश सिंह ने बताया कि 10 फरवरी को वह मथुरा में संत प्रेमानंद से मिलने पहुंचे थे और उनसे बात हुई थी, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है. वह डेढ़ साल से मेरठ में तैनात हैं और सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे. 2016 में वह दरोगा बने. मेरठ से पहले वह गाजियाबाद में तैनात थे. 2024 में मेरठ में तैनात थे और इसी दौरान कार चोरों से उनकी मुठभेड़ हुई थी जिसमें उन्हें सीने में गोली लगी थी. कौशांबी गाजियाबाद स्थित मैक्स हॉस्पिटल में उनका इलाज चला था. उन्हें राष्ट्रपति वीरता पदक भी मिला है. मुनेश दुजाना एनकाउंटर में भी शामिल रहे. उन्होंने 32 साल की नौकरी में 25 से अधिक एनकाउंटर किये हैं.
Location :Meerut,Uttar PradeshFirst Published :February 13, 2025, 12:52 ISThomeuttar-pradeshयूपी पुलिस का जाबांज दरोगा जिससे थर्राते हैं बदमाश, किए इतने एनकाउंटर