Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 11, 2025, 23:56 ISTपूर्णिमा का स्नान कल सुबह 5:00 बजे से प्रारंभ होकर लगभग प्रातः 6:17 तक चलेगा,इस समय को अमृतकाल माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस अवधि में मंदाकिनी नदी में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पाप कट जाते है…और पढ़ेंX
फोटोचित्रकूट: धर्म और आस्था की नगरी चित्रकूट में इन दिनों श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के बाद श्रद्धालुओं का रुख अब चित्रकूट की ओर हो गया है। यहां माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालु मंदाकिनी नदी में स्नान कर दान-पुण्य करने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचने लगे हैं।
उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़धार्मिक मान्यता है कि प्रभु श्रीराम ने अपने वनवास काल के 11 वर्ष यहीं बिताए थे। इस पावन नगरी में हर वर्ष माघ पूर्णिमा के अवसर पर लाखों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं। मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित रामघाट पर भक्तों की भीड़ पहले से ही जुटने लगी है।
शुभ मुहूर्त में होगा अमृत स्नानपुजारी चंदन दीक्षित ने लोकल 18 को जानकारी दी कि माघ पूर्णिमा का स्नान कल सुबह 5:00 बजे से प्रारंभ होकर लगभग प्रातः 6:17 तक चलेगा,इस समय को अमृतकाल माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस अवधि में मंदाकिनी नदी में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पाप कट जाते हैं और जीवन के कष्टों का नाश होता है।पुजारी ने यह भी बताया कि माघ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा का पूर्ण उदय होता है, जिससे अमृत बूंदें मंदाकिनी में प्रवाहित मानी जाती हैं। यही वजह है कि इस दिन लाखों श्रद्धालु नदी में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित करने आते हैं।
श्रद्धालुओं का उत्साह चरम परचित्रकूट के रामघाट पर अभी से भक्तजन साधना और भजन-कीर्तन में लीन हैं. दूर-दूर से आए लोग अपने परिजनों के साथ मंदाकिनी तट पर डेरा डाले हुए हैं। कल सुबह से स्नान के भक्त कामतानाथ के दर्शन करेंगे और उनकी परिक्रमा करेंगे.
प्रशासन ने किए विशेष इंतजामश्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात की व्यापक व्यवस्था की है। नदी के किनारे सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के साथ मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैंचित्रकूट में इस पवित्र अवसर पर भक्तों की आस्था देखते ही बन रही है.
Location :Chitrakoot,Uttar PradeshFirst Published :February 11, 2025, 23:56 ISThomeuttar-pradeshकल चित्रकूट की मंदाकिनी नदी में लाखों भक्त लगाएंगे डुबकी, जानें स्नान का महत्व