Indian Cricket Team: भारतीय टीम से बाहर चल रहे बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे टीम इंडिया में वापसी के लिए तैयार हैं. उन्होंने मंगलवार को टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपने प्यार को दोहराते हुए कहा कि राष्ट्रीय टीम में वापसी की उनकी भूख बरकरार है. भारत के लिए पिछली बार जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज दौरे के दौरान टेस्ट खेलने वाले 36 वर्षीय रहाणे मौजूदा सत्र में घरेलू क्रिकेट में शानदार फॉर्म में हैं और उन्होंने सभी प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन किया है.
अपनी बैटिंग से खुश हैं रहाणे
हरियाणा पर जीत के साथ रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में मुंबई के प्रवेश के बाद रहाणे ने कहा, ”मैं अब अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं. मुश्ताक अली बहुत अच्छा रहा. मैं अपनी बल्लेबाजी से खुश हूं.” मुंबई की अगुआई करते हुए रहाणे ने दूसरी पारी में शानदार शतक जड़ा जिससे उनकी टीम ने 152 रन से जीत दर्ज की. आईपीएल नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा चुने गए रहाणे ने पिछली 10 पारियों में तीन बार 90 से अधिक रन, एक बार 80 से अधिक रन और अब क्वार्टर फाइनल में शतक बनाया है.
‘मेरे अंदर अब भी जुनून है’
रहाणे ने कहा, ”घरेलू क्रिकेट ने मुझे सब कुछ दिया है और इसी वजह से मेरे अंदर अब भी वो जुनून है. खेल के लिए मेरा प्यार अब भी वैसा ही है. मैं टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करता हूं. मुझे नहीं पता कि भविष्य में क्या होगा. लेकिन अब भी मेरे अंदर क्रिकेट बचा है. आप सभी देख सकते हैं, मैं पूरे दिल से खेल रहा हूं.”
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इंग्लैंड दौरे पर जाएंगे रहाणे?
भारत को अगली टेस्ट सीरीज जून में इंग्लैंड के खिलाफ खेलनी है जिससे नए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र की शुरुआत होगी. यह पूछे जाने पर कि क्या वह वहां वापसी के बारे में सोच रहे हैं, रहाणे ने इस पर ज्यादा कुछ कहने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, ”यह जून में होगी. अब भी बहुत समय है. अभी हमें रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल खेलना है. हम कल घर जाएंगे, कुछ दिन आराम करेंगे और फिर अगले मैच पर ध्यान केंद्रित करेंगे.”
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बीसीसीआई के फैसले को किया सपोर्ट
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सीनियर खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में भाग लेने की हिदायत दी है और रहाणे ने इस कदम का स्वागत किया. उन्होंने कहा, ”पिछले दो-तीन वर्षों से बीसीसीआई इस बात पर जोर दे रहा है कि उपलब्ध खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए. यह एक बहुत ही सकारात्मक कदम है. जब अनुभवी खिलाड़ी भाग लेते हैं तो इससे युवा खिलाड़ियों को सीखने में मदद मिलती है. बीसीसीआई ने एक शानदार निर्णय लिया है और मेरा मानना है कि यह नियम भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाने में मदद कर रहा है.”