Albendazole and DC Fort Tablets: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के एक सरकारी स्कूल में सोमवार को एल्बेंडाजोल टैबलेट खाने से 2 दर्जन से ज्यादा छात्र बीमार पड़ गए. ये घटना मधुबन (Madhuban) ब्लॉक के कोइलहारा (Koilhara) गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय (Utkramit Madhya Vidyalaya) में हुई. घटना के बाद फिक्रमंद पैरेंट्स ने स्कूल में हंगामा किया. एक समय तो उन्होंने सभी टीचर्स को स्कूल के अंदर बंधक बना लिया.
बच्चों का इलाजघटना के बाद एक मेडिकल टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बीमार छात्रों को इलाज के लिए मधुबन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Madhuban Community Health Centre) में भर्ती कराया. इलाज के बाद उनकी हालत में सुधार हुआ. स्वास्थ्य विभाग जिले भर में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान (Filariasis Eradication Campaign) चला रहा है, जिसके तहत सरकारी स्कूलों में छात्रों को एल्बेंडाजोल (Albendazole) और डीसी फोर्ट (DC Fort) दवा दी जा रही है।
अचानक पड़े बीमारहालांकि 10 फरवरी 2025 को खुराक लेने के बाद कई बच्चों ने उल्टी और पेट दर्द की शिकायत की. चिकित्सा अधिकारियों, जिनमें अविनाश कुमार (Avinash Kumar) और सीएचसी प्रभारी इंद्रजीत कुमार (Indrajit Kumar) शामिल थे, ने जरूरी इलाज किए, जिससे ये सुनिश्चित हुआ कि सभी पीड़ित छात्र ठीक हो गए.
सेहत में सुधारइलाज किए गए छात्रों में अंशु कुमारी, अदिति कुमारी, ज्योति कुमारी, शाहिदा खातून, लाडली प्रवीण, कुसुम खातून, आन्या प्रवीण, सान्या रानी, रंजन कुमार, साईं राजा, नबी हसन, अरबाज आलम और कुद्दुस आलम शामिल थे. इलाज के बाद सभी छात्रों के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है और अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. डॉक्टरों ने कहा कि कुछ छात्रों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि कुछ अभी भी चिकित्सा कर्मचारियों की कड़ी निगरानी में हैं.
बच्चों की हालत स्थिरइंद्रजीत कुमार ने कंफर्म किया है की कि बच्चों की हालत स्थिर है और उन्हें आश्वासन दिया कि चल रहे मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान के तहत आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हैं. कुमार ने कहा, “सभी बच्चों की हालत ठीक है और उनका ठीक से इलाज चल रहा है. कुछ बच्चों को उल्टी और पेट दर्द हुआ था, लेकिन सभी की जांच हो चुकी है और अब वे स्थिर हैं.” स्वास्थ्य विभाग अब इस घटना की जांच कर रहा है कि क्या प्रतिक्रिया दवा असहिष्णुता या अभियान में किसी प्रशासनिक चूक के कारण हुई है.
एल्बेंडाजोल टैबलेट का यूज
एल्बेंडाजोल (Albendazole) एक एंटीपैरासिटिक दवा (antiparasitic medication) है जो दाद के संक्रमण (ringworm infections) का इलाज करती है. दाद एक संक्रामक फंगल संक्रमण है (contagious fungal infection) जो आपकी त्वचा पर एक गोलाकार, अंगूठी जैसा पैटर्न बनाता है. ये दवा टैबलेट के रूप में आती है.
एल्बेंडाजोल के साइड इफेक्ट
क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक एल्बेंडाजोल टैबलेट का गलत या ज्यादा डोज खा लिया जाए तो कई तरह के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जिसे तुरंत डॉक्टर को रिपोर्ट करना चाहिए.
1. एलर्जी वाले रिएक्शंस (त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली या पित्ती, चेहरे, होठों या जीभ की सूजन)2. आंखों में दिक्त3. बुखार, ठंड लगना, गले में खराश4. मुंह के अंदर की त्वचा का लाल होना, छाले पड़ना, छिलना या ढीला होना5. मिर्गी के दौरे6. लिवर की चोट के लक्षण और संकेत जैसे गहरे पीले या भूरे रंग का यूरिन7. फ्लू जैसे लक्षण8. हल्के रंग का मल9. भूख न लगना10. मतली11. पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द12. थकान और कमजोरी13. आंखों या त्वचा का पीला पड़ना14. दस्त15. चक्कर आना16. सिरदर्द
डीसी फोर्ट टैबलेट का यूजलाइब्रेट के मुताबिक डीसी फोर्ट टैबलेट का यूज कई वर्म इंफेक्शन जैसे लोइसिस (loiasis), बैनक्रॉफ्ट फाइलेरिया (Bancroft’s filariasis), रिवर ब्लाइंडनेस (river blindness)और ईोसिनोफिलिक लंग (eosinophilic lung) आदि के इलाज या रोकथाम के लिए किया जा सकता है. इसकेके कारण सांस लेने में तकलीफ, जोड़ों में दर्द और नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर हो सकता है.
डीसी फोर्ट के साइड इफेक्ट्सफार्म ईजी के मुताबिक डीसी फोर्ट टैबलेट का गलत या ज्यादा डोज शरीर में कई तरह के साइड इफेक्ट्स पैदा कर सकता है, जैसे-
1. मतली2. भूख न लगना3. नींद न आना4. सिरदर्द5. एलर्जी6. त्वचा पर चकत्ते
(इनपुट-आईएएनएस)