आज है गुप्त नवरात्रि की अष्टमी, शुभ मुहूर्त में करें पूजा मिलेगा विशेष फल! अयोध्या के ज्योतिषी से जानें सब

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Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 05, 2025, 07:42 ISTAyodhya: गुप्त नवरात्रि चल रही है, बाकी नवरात्रि की तरह इस दिन की अष्टमी का भी विशेष महत्व होता है. अयोध्या के ज्योतिषी से जानते हैं कि गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है. नवरात्रिहाइलाइट्सगुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि आज है.5 फरवरी को रात 2:30 बजे अष्टमी तिथि शुरू हुई.मां दुर्गा की पूजा से सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.अयोध्या: सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है, जिसमें एक शारदीय नवरात्रि, दूसरा चैत्र नवरात्रि तथा दो गुप्त नवरात्रि होते हैं. तंत्र विद्या सीखने वाले जातक के लिए गुप्त नवरात्रि विशेष फलदायी मानी जाती है. नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी दुर्गा के अनेक स्वरूपों की पूजा करने का विधान है, लेकिन नवरात्रि की नवमी और अष्टमी तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. जानते हैं कि गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि कब है और क्या शुभ मुहूर्त है साथ ही पूजा विधि क्या है.

इस दिन है अष्टमीअयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 5 फरवरी को रात्रि 2:30 बजे हो रही है. जिसका समापन 6 फरवरी को रात्रि 12:35 पर होगा. ज्योतिष गणना के अनुसार, 5 फरवरी यानी कि आज के दिन माघ माह की गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि है. आज के दिन ब्रह्म अथवा शुक्ल योग का निर्माण भी हो रहा है. इस शुभ अवसर पर मां दुर्गा की पूजा-आराधना करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होंगी.

इन बातों का रखें ध्यानगुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए, माता दुर्गा का ध्यान करना चाहिए, घर की साफ-सफाई करनी चाहिए. दैनिक कर्मों से निवृत्त होने के बाद गंगाजल युक्त पानी से घर में छिड़काव करना चाहिए, सूर्य भगवान को जल अर्पित करना चाहिए. इसके बाद पूजा घर में चौकी पर लाल रंग का वस्त्र डालकर मां दुर्गा की प्रतिमा को स्थापित करना चाहिए, फिर विधि-विधान पूर्वक पूजा-आराधना करनी चाहिए.

होती हैं मनोकामनाएं पूरीगुप्त नवरात्रि की पूजा गृहस्थों के लिए नहीं बतायी जाती है. हालांकि इस दौरान सामान्य रूप से मां की पूजा की जा सकती है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से की गई पूजा का फल जरूर मिलता है और माता सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. ऐसे तो नवरात्रि के सभी दिन विशेष होते हैं पर अष्टमी और नवमी का विशेष महत्व होता है.
Location :Ayodhya,Faizabad,Uttar PradeshFirst Published :February 05, 2025, 07:42 ISThomedharmआज है गुप्त नवरात्रि की अष्टमी, शुभ मुहूर्त में करें पूजा मिलेगा विशेष फल!Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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