सेप्सिस खतरनाक और गंभीर बीमारी है जो कि शरीर में संक्रमण से शुरू होती है. समय पर इलाज न मिलने की वजह से इस बीमारी से जान भी जा सकते हैं. आर्टिमिस हॉस्पिटल क्रिटिकल केयर मेडिसिन के डॉक्टर कुलदीप सिंह ने बताया है कि जब हमारे शरीर में किसी भी तरह का संक्रमण होता है, जैसे कि बैक्टीरिया, वायरस या फंगस का हमला होने पर शरीर का इम्यून सिस्टम उससे लड़ने के लिए प्रतिक्रया देती है. कभी-कभी यह प्रतिक्रिया इतनी तेज होती है जिस वजह से शरीर के अंगों या फिर टिश्यूज़ को नुकसान होता है. इस कंडीशन को सेप्सिस कहा जाता है.
सेप्सिस के लक्षण सेप्सिस के लक्षण काफी नॉर्मल होते हैं ऐसे में इसे पहचाना बेहद मुश्किल होता है. सेप्सिस के मुख्य लक्षण बुखार होना, कंपकंपी महसूस करना, बहुत ज्यादा थकावट होना, सांस लेने में दिक्कत होना और लो ब्लड प्रेशर है. अधिक लोग इसे आम संक्रमण समझ नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन सेप्सिस का इलाज न होने पर यह जानलेवा भी हो सकता है. किसी इंसान में बुखार के साथ ये लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
मल्टी-ऑर्गन फेलियरसेप्सिस की बीमारी बेहद खतरनाक होती है, समय पर इलाज ना होने की वजह से शरीर के कई अंगों पर बुरा असर पड़ता है. सेप्सिस में किडनी, फेफडे और हार्ट जैसे अंग काम करना बंद कर सकते हैं. कंडीशन खराब होने पर मिल्टी-ऑर्गन फेलियर भी हो सकता है. इसलिए सेप्सिस का तुरंत इलाज जरूरी होता है.
उपाय सेप्सिस से बचाव के लिए हाथों की सफाई का खास ध्यान दें. रोजाना साबुन या अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइज़र से हाथ साफ करें. खाना खाने से पहले, वॉशरूम के बाद हाथों को जरूर साफ करें. हाथों की सफाई से संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है.
हेल्दी डाइट किसी भी बीमारी से बचने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करें. हेल्दी डाइट का सेवन करने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है जिससे शरीर को संक्रमण से लड़ने की ताकत मिलती है. डाइट में हरी सब्जियों, फल, दाल और प्रोटीन को शामिल करें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. यह किसी भी तरह से चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.