indian cricketer wriddhiman saha retired from international cricket at age of 40 | भारत-इंग्लैंड T20 सीरीज के बीच आई बड़ी खबर, टीम इंडिया के दिग्गज क्रिकेटर ने लिया संन्यास

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indian cricketer wriddhiman saha retired from international cricket at age of 40 | भारत-इंग्लैंड T20 सीरीज के बीच आई बड़ी खबर, टीम इंडिया के दिग्गज क्रिकेटर ने लिया संन्यास



Wriddhiman Saha Retirement: भारत और इंग्लैंड के बीच जारी टी20 इंटरनेशनल के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. भरतीय क्रिकेट टीम के एक दिग्गज क्रिकेटर ने संन्यास ले लिया है. 18 साल तक क्रिकेट खेलने के बाद उन्होंने इस खेल को अलविदा कहने का फैसला लिया. दरअसल, भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने पंजाब के खिलाफ बंगाल के लिए अपना अंतिम रणजी ट्रॉफी मैच खेलने के बाद प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया. 
18 साल लंबा रहा करियर
40 साल के साहा ने अपने शानदार करियर के दौरान भारत के लिए 2010 में डेब्यू करने के बाद 40 टेस्ट और 9 एकदिवसीय मैच खेले हैं. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में बंगाल और त्रिपुरा के लिए कुल मिलाकर 142 फर्स्ट क्लास और 116 लिस्ट ए मैच खेले हैं. बता दें कि ने 2007 में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था. साहा ने एक्स पर लिखा, ‘जब मैंने 1997 में पहली बार क्रिकेट के मैदान पर कदम रखा था, तब से 28 साल हो गए हैं और यह यात्रा शानदार रही है. अपने देश, राज्य, जिले, क्लब, विश्वविद्यालय, कॉलेज और स्कूल का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है.’ 
किया इमोशनल पोस्ट
साहा ने अपने जीवन पर क्रिकेट के प्रभाव पर कहा, ‘आज मैं जो कुछ भी हूं, हर उपलब्धि, हर सीखा हुआ सबक, मैं इन सबका श्रेय इस अद्भुत खेल को देता हूं. क्रिकेट ने मुझे बेहद खुशी के पल, अविस्मरणीय जीत और अमूल्य अनुभव दिए हैं. इसने मेरी परीक्षा भी ली है और मुझे उससे निपटना के बारे में भी सिखाया है.’ उन्होंने कहा, ‘उतार-चढ़ाव, जीत और हार ने इस यात्रा ने मुझे वह बना दिया है जो मैं हूं. सभी चीजों का अंत होना ही है, इसलिए मैंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला किया है.’
2021 में खेला आखिरी इंटरनेशनल मैच
साहा ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. वह 2014 में एमएस धोनी के संन्यास लेने के बाद और ऋषभ पंत के आने से पहले भारतीय टीम के नियमित सदस्य थे. यह अनुभवी खिलाड़ी अपने आखिरी रणजी मैच में खाता खोले बगैर आउट हो गया, लेकिन उनकी टीम बंगाल ने पंजाब को एक पारी और 13 रनों से हराकर उनके लिए इस मैच को यादगार बना दिया. मैच के बाद उनके साथियों ने उन्हें कंधों पर उठा लिया. 
सबको किया शुक्रिया
भारत के लिए तीन शतक और 6 अर्धशतक लगाने वाले साहा ने कहा, ‘अब एक नया अध्याय शुरू करने का समय आ गया है. अब अपने आप को अपने परिवार और दोस्तों के प्रति समर्पित करने का का समय है. मैं उन पलों को संजोना चाहता हूं जिसे मैं खेल से जुड़े होने के कारण अनुभव नहीं कर सका था.’ उन्होंने इसके साथ ही अपने परिवार और अब तक क्रिकेट यात्रा में साथ देने वाले सभी कोच, खिलाड़ी और प्रशासकों का शुक्रिया अदा किया. 
साहा ने कुछ समय पहले स्वीकार किया था कि 2022 में राहुल द्रविड़ के कोचिंग कार्यकाल के तहत नेशनल टीम से उनका बाहर होना ‘अन्याय नहीं था’ बल्कि टीम की आवश्यकताओं के आधार पर लिया गया निर्णय था. भारत के बेहतरीन विकेटकीपर साहा का इंटरनेशनल करियर 2021 में प्रभावी रूप से समाप्त हो गया, जब हेड कोच द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व में नए टीम मैनेजमेंट ने ऋषभ पंत के विकल्प के रूप में केएस भरत को प्राथमिकता दी.



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