Mitti Kyon Khata Hai Baccha: अगर आपका बच्चा मिट्टी, सीमेंट, या चॉक खाने की हैबिट डेवलप कर रहा है, तो ये बहुत ही ज्यादा फिक्र करने की बात है. इसे मेडिकल की भाषा में ‘पिका’ (Pica) कहा जाता है. ये परेशानी अक्सर आयरन की कमी, जिंक डेफिशिएंसी या न्यूट्रिशन से जुड़े इम्बैलेंस की वजह से होती है. बच्चों में ऐसी आदत उनकी सेहत पर नेगेटिव इफेक्ट डाल सकती है. इस दिक्कत को दूर करने के लिए सही जानकारी और पोषण का ख्याल रखना बेहद जरूरी है.
चॉक, मिट्टी और सीमेंट क्यों खाता है बच्चा
मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट निखिल वत्स (Nikhil Vats) ने बताया कि बच्चे की इस आदत के पीछे असल वजह क्या है?
1. आयरन की कमीशरीर में आयरन की कमी होने पर बच्चों में असामान्य खाने की आदतें विकसित हो सकती हैं.
2. जिंक की कमीपोषक तत्वों की कमी से बच्चे के शरीर को नॉर्मल डेवलपमेंट के लिए जरूरी मिनरल्स नहीं मिलते.
3. मेंटल या बिहेवियर से जुड़ी परेशानियांकुछ बच्चों में तनाव, चिंता या दूसरे मेंटल प्रॉब्लम्स के कारण ऐसी आदतें विकसित हो जाती हैं.
4. बैलेंस्ड डाइटबच्चे की डाइट में बैलेंस्ड न्यूट्रिशन न होने से वो दूसरी चीजों की तरफ आकर्षित हो सकता है.
बच्चे की इस आदत को कैसे छुड़ाए
1. आयरन और जिंक बेस्ड फूड्स खिलाएं
बच्चे के की डाइट में आयरन और जिंक से भरपूर चीजों को शामिल करें. आयरन बेस्ड फूड्स जैसे पालक, चुकंदर, हरी पत्तेदार सब्जियां, अनार, गुड़ और मांसाहारी भोजन (जैसे चिकन और मछली). जिंक बेस्ड फूड्स जैसे दालें, बीन्स, नट्स और साबुत अनाज खाएं
2. हेल्दी स्नैक्स देंबच्चों को न्यूट्रिशनल और हेल्दी स्नैक्स जैसे ड्राई फ्रूट्स, फलों के कट्स और होममेड स्नैक्स दें, ताकि उनका ध्यान मिट्टी और दूसरी नुकसानदेह चीजों से हट सके.
3. डॉक्टर से सलाह लेंअगर बच्चा लगातार ऐसी चीजें खा रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। खून की जांच करवाकर आयरन और जिंक की कमी का पता लगाएं.
4. पॉजिटिव अप्रोच रखेंबच्चे को प्यार और धैर्य से समझाएं कि मिट्टी या सीमेंट खाना उसकी सेहत के लिए नुकसानदेह है. उसे हेल्दी फूड की आदत डालने में समय दें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.