Tilak Verma vs Jofra Archer: भारत ने चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ 5 टी20 मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में जबरदस्त जीत हासिल की. तिलक वर्मा ने अपने दम पर टीम को यादगार जीत दिलाई. 166 रन के टारगेट के सामने एक तरफ धुरंधर बल्लेबाज फेल हो गए तो दूसरी ओर तिलक ने अकेले मोर्चा संभाले रखा और इंग्लिश गेंदबाजों की जमकर कुटाई की. उन्होंने सबसे ज्यादा जोफ्रा आर्चर को अपने निशाने पर लिया और चौके-छक्के उड़ाए.
तिलक ने बनाई थी खास रणनीति
जीत हासिल करने के बाद तिलक वर्मा ने कहा कि दूसरे टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट मैच में तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को निशाने पर रखना उनकी रणनीति का हिस्सा था. उनका उद्देश्य इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज को बेअसर करना था, जिससे बाकी टीम हतोत्साहित हो गई. तिलक ने 55 गेंदों में नाबाद 72 रन बनाकर भारत को दो विकेट से रोमांचक जीत दिलाई.
तिलक ने आर्चर को मारे 4 छक्के
भारत इस तरह से पांच मैच की सीरीज में 2–0 से आगे हो गया है. तिलक ने अपनी पारी के दौरान आर्चर पर चार छक्के लगाए, जिसमें डीप फाइन लेग पर बेहद विश्वसनीय पिक-अप फ्लिक से लगाया गया छक्का भी शामिल है. कोलकाता में पहले मैच में चार ओवर में 21 रन देकर दो विकेट लेने वाले आर्चर ने दूसरे मैच में चार ओवर में 60 रन लुटाए.
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तिलक वर्मा ने क्या कहा?
तिलक ने मैच के बाद कहा, ”मैं उनके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज को निशाना बनाना चाहता था। यदि आप सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज को निशाने पर रखेंगे तो अन्य गेंदबाज दबाव में आ जाएंगे. इसलिए जब विकेट गिर रहे हों (दूसरे छोर पर), तो मैं विरोधी टीम के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाना चाहता हूं. अगर मैं ऐसा करने में सफल हो जाता हूं तो अन्य बल्लेबाजों के लिए काम आसान हो जाता है। मैंने अपने ऊपर भरोसा रखा और उनके खिलाफ मौके बनाए. मैंने आर्चर के खिलाफ जो भी शॉट खेले उनके लिए मैंने नेट्स पर तैयारी की थी. मैं मानसिक रूप से तैयार था और इसलिए मुझे सफलता मिली.”
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काम आया गौतम गंभीर का सुझाव
तिलक ने कहा कि वह अंत तक टिके रहने के लिए मानसिक रूप से तैयार थे और टीम की जरूरतों के अनुसार अपने खेल में बदलाव करने के लिए तैयार थे. उन्होंने कहा, ”मैंने तय किया था कि चाहे कुछ भी हो जाए मुझे आखिर तक टिके रहना है. पिछले मैच के दौरान मेरी गौतम (गंभीर) सर से बात हुई थी. मैं टीम की जरूरत के अनुसार निश्चित स्ट्राइक-रेट के साथ खेल सकता हूं. आपको परिस्थितियों के अनुसार खेलना होता है. गौतम सर ने यहां ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान भी कहा था कि यही वह मौका है जबकि आप लोगों को दिखा सकते हो कि आप हर तरह की पारियां खेलने में सक्षम हो. मुझे खुशी है कि मैं ऐसा करने में सफल रहा.”