High Uric Acid Remedy: यूरिक एसिड एक वेस्ट प्रोडक्ट है, जो शरीर में प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने से बनता है. प्यूरीन मांस, बीयर और शराब में पाया जाता है. ये खून में घुलकर किडने के जरीय पेशाब के साथ शरीर से बाहर निकल जाता है. शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने से कई समस्याएं होने लगती हैं, जैसे जोड़ों में दर्द, किडनी की बीमारी, दिल का दौरा आदि. आपको बता दें, लाइफस्टाइल, अनहेल्दी डाइट, अल्कोहल सेवन आदि के कारण यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है.
बढ़े यूरिक एसिड के लिए खाएं बाजरे की रोटी
ज्यादा बढ़े यूरिक एसिड को दवाई और घरेलू उपचारों से कम किया जा सकता है. शरीर में यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का एक घरेलू उपचार ‘बाजरा’ है. घर पर बाजरे से बनी रोटी खाकर भी आप यूरिक एसिड के लेवल को कम कर सकते हैं. आपको बता दें बाजरा एक मोटा अनाज है और इससे बनी रोटी खाने के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. बाजरे का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं. बाजरे की रोटी या खिचड़ी बनाकर भी खा सकते हैं. बाजरे में कुछ विशेष गुण होते हैं, जो यूरिक एसिड से बचाव में सहायता कर सकते हैं.
कैसे कम करता है यूरीक एसिड का लेवल
प्यूरिन की कम मात्रा: यूरीक एसिड प्यूरिन के टूटने से बनता है. शरीर में प्यूरिन की मात्रा ज्यादा होने पर यूरीक एसिड बढ़ सकता है. बाजरे के सेवन से प्यूरिन की मात्रा कम हो जाती है.
यूरीक एसिड को बाहर निकालने में मददगार: बाजरे में प्राकृतिक रूप से मूत्रवर्धक गुण होते हैं, जो शरीर से बढ़े यूरीक एसिड को बाहर निकालने में मददगार है.
पाचन: बाजरे फाइबर की मात्रा अच्छी होती है, जो पाचन तंत्र को स्वास्थ बनाने में मदद करता है. इससी शरीर से टॉक्सि चीजें बाहर निकल जाती है, जिससे यूरिक एसिड के निर्माण में कमी आती है.
वजन नियंत्रण: बाजरा वजन घटाने में मदद करता है और मोटापा यूरीक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है. बाजरे का सेवन पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे वजन नियंत्रित रहता है.
बाजरे की रोटी के फायदे
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के अलावा भी बाजरे की रोटी खाने के कई स्वास्थय लाभ होते हैं. बाजरे की रोटी के सेवन से पाचन में सुधार के साथ-साथ हृदय स्वास्थ्य, मधुमेह नियंत्रण, वजन घटाने में मददगार है. साथ ही हड्डियों, त्वचा और बालों के लिए भी बाजरा फायदेमंद है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.