‘पापा को हर्ट अटैक..’ ड्रॉप होने की खबर घूंट की तरह पी गईं शेफाली, फैमिली को लगा डबल झटका

admin

'पापा को हर्ट अटैक..' ड्रॉप होने की खबर घूंट की तरह पी गईं शेफाली, फैमिली को लगा डबल झटका



Team India: भारतीय महिला टीम की स्टार ओपनर शेफाली वर्मा का ग्राफ पिछले कुछ महीनों से गिरता नजर आ रहा है. खराब प्रदर्शन के चलते हाल ही में उन्हें टीम इंडिया से ड्रॉप कर दिया था. लेकिन इससे पहले ही शेफाली और उनकी फैमिली को धक्का लग चुका था. शेफाली ने बताया कि उन्होंने टीम से ड्रॉप होने की खबर घूंट की तरह पी ली और अपने पिता तक इसे नहीं पहुंचने दिया. शेफाली पर मानों गाज ही गिर गई हो क्योंकि ड्रॉप होने से महज 2 दिन पहले ही उनके पिता को हर्ट अटैक आया था. 
आयरलैंड के खिलाफ भी नहीं मिला मौका
टीम इंडिया ने हाल ही में आयरलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में 3-0 से जीत दर्ज की. इस सीरीज में भी शेफाली वर्मा को मौका नहीं मिला. उनकी जगह प्रतिका रावल को मौका मिला और उन्होंने रनों की बौछार कर दी, ऐसे में शेफाली वर्मा की जगह को और भी खतरा हो गया है. अब सीरीज खत्म होने के बाद शेफाली वर्मा ने बताया कि ड्रॉप होना उनके लिए कितना मुश्किल था.
भावुक हुई शेफाली
शेफाली वर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘मेरे बाहर होने से दो दिन पहले मेरे पिता को हार्ट अटैक पड़ा था. मैंने उन्हें नहीं बताया. इससे उबरना आसान नहीं है. मैंने उनसे यह खबर तब तक छिपाई जब तक कि वे ठीक नहीं हो गए. वे अस्पताल में थे, मैंने उन्हें एक सप्ताह बाद बताया.’
पिता मेरी ताकत हैं- शेफाली वर्मा
उन्होंने आगे बताया, ‘पिता सब कुछ जानते हैं, कभी-कभी बच्चे के रूप में हम भी अपनी ताकत भूल जाते हैं लेकिन वे नहीं भूलते. उन्होंने मुझे मेरे बचपन के वर्कआउट और अभ्यास की याद दिलाई. ये मेरी ताकत हैं और कभी-कभी आपको यह याद रखने के लिए उन पर काम करने की जरूरत होती है कि आप उनमें कितने अच्छे हैं.’ 
ये भी पढ़ें… गजब का फर्जीवाड़ा… जसप्रीत बुमराह ने कर दिया भंडाफोड़, चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टेंशन फ्री है स्टार गेंदबाज
फ्लॉप थी शेफाली
शेफाली ने खराब फॉर्म के चलते टीम से ड्रॉप होने के बाद घरेलू क्रिकेट का रुख किया. उन्होंने 12 मैचों में 527 और 414 रन बनाए हैं। लेकिन, युवा बल्लेबाज़ को यह भी पता है कि उन्हें किन क्षेत्रों में सुधार करना है. शेफाली ने कहा, ‘लगातार काम ऐसे क्षेत्रों पर है जैसे कि जब गेंदें मेरी ताकत के हिसाब से नहीं आती हैं, मैं सिंगल कैसे लेती हूं, मैं स्ट्राइक कैसे रोटेट करती हूं. मैं अपनी पारी कैसे बनाती हूं. हर कोई मेरी ताकत जानता है, लेकिन लगातार लक्ष्य यह सीखना है कि पारी को बेहतर तरीके से कैसे बनाया जाए ताकि मैं मानसिक रूप से समझदार बनूं.’



Source link