पहले स्क्वाड से बाहर, अब लीडरशिप पर लटकी ‘तलवार’, गिल के आगे रोड़ा बने 2 धुरंधर| Hindi News

admin

पहले स्क्वाड से बाहर, अब लीडरशिप पर लटकी 'तलवार', गिल के आगे रोड़ा बने 2 धुरंधर| Hindi News



Team India: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की 3-1 से हार ने टीम इंडिया की काया पलटकर रख दी है. रोहित शर्मा के कप्तानी करियर के लिए उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. अब मैनेजमेंट का फोकस टीम इंडिया के लिए भविष्य का लीडर खोजने पर है. भविष्य के कप्तान की बात आती है तो सभी के जहन में शुभमन गिल का नाम आता है, लेकिन पूर्व  क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने तर्क दिया कि शुभमन गिल कैसे कप्तानी के प्लान से बाहर हो सकते हैं. खराब फॉर्म इसके लिए सवालिया निशान हो सकती है. 
फ्लॉप रहे गिल
शुभमन गिल को पिछले साल टीम इंडिया का उप-कप्तान नामित किया गया था. लेकिन अब सिर्फ प्लेयर ही बनकर रह गए हैं. गिल टी20 टीम के स्क्वाड में जगह बनाने में भी कामयाब नहीं हुए. वहीं, टेस्ट और वनडे में भी उन्हें लेकर सवाल उठने शुरू हो चुके हैं. हालांकि, टेस्ट में फिलहाल जसप्रीत बुमराह फर्स्ट च्वाइस रहेंगे. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान बुमराह ने दो मैचों में भारतीय टीम की अगुआई की. लेकिन इंजरी के रिकॉर्ड ने चयन समिति और टीम प्रबंधन को सोचने पर मजबूर कर दिया है. 
क्या बोले आकाश चोपड़ा?
आकाश चोपड़ा ने भविष्य के कप्तान को लेकर कहा, ‘यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत दोनों में से कौन कप्तान बन सकता है? यह एक सुंदर सवाल है क्योंकि, सूत्रों के अनुसार, रोहित ने कहा है कि वह कुछ महीनों के लिए टीम का प्रबंधन करेंगे. लेकिन उसके बाद, आप (बीसीसीआई) जिसे चाहें चुन सकते हैं और चूंकि बुमराह के साथ कोई चोट की समस्या हो सकती है इसलिए यह आपकी इच्छा है.’
गिल पर बना प्रेशर
आकाश चोपड़ा ने आगे कहा, ‘मेरे पास एक समाधान था जिसे हमें छह महीने बाद देखना चाहिए. अगर जसप्रीत बुमराह पूरे इंग्लैंड दौरे की कप्तानी करते हैं तो एक उप-कप्तान को ठीक से नियुक्त करें क्योंकि आपको उन्हें तैयार करना है. ईमानदारी से कहें तो जब हमने टी20 विश्व कप जीता था तब ऐसा लगा था कि तैयार करने की प्रक्रिया बहुत अच्छी चल रही थी.’
ये भी पढ़ें.. Champions Trophy: पाकिस्तान का हाल बेहाल…बॉलीवुड मूवी से भी सस्ता चैंपियंस ट्रॉफी का टिकट, कीमत जानकर होंगे हैरान
गिल को लेकर उन्होंने कहा, ‘सब कुछ ठीक लग रहा था. शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाया जा रहा था. उन्हें नियमित रूप से यह भूमिका सौंपी जा रही थी और फिर अचानक उन्हें हटा दिया गया. इसलिए उन पर दबाव डाला गया कि क्या हो रहा है क्योंकि वह संभावित रूप से कप्तानी के विचारों में नहीं आ रहे हैं और टी20 प्रारूप में बिल्कुल भी नहीं आ रहे हैं.’



Source link