Why TV Ram Gurmeet Choudhary Gurmeet Choudhary ate Only boiled food for more than a year | टीवी के ‘राम’ गुरमीत चौधरी ने डेढ़ साल तक क्यों खाया उबला हुआ खाना? कहा-‘मुझे कोई स्वाद नहीं आता था’

admin

Why TV Ram Gurmeet Choudhary Gurmeet Choudhary ate Only boiled food for more than a year | टीवी के 'राम' गुरमीत चौधरी ने डेढ़ साल तक क्यों खाया उबला हुआ खाना? कहा-'मुझे कोई स्वाद नहीं आता था'



Why Gurmeet Choudhary Ate Boiled Food For 1.5 Year: टीवी पर ‘राम’ का किरदार निभाने वाले गुरमीत चौधरी न सिर्फ अपनी फिटनेस को लेकर सजग हैं, बल्कि अपनी डाइट को लेकर भी स्ट्रिक्ट हैं. एक यूट्यूब चैनल पर बातचीत में एक्टर ने बताया कि खाने के शौकीन होने के बावजूद सख्त डाइट का पालन करना उनके लिए मुश्किल रहा है.
“सिर्फ उबला हुआ खाना खाया”गुरमीत ने कहा,  “मैं खाने का बहुत बड़ा शौकीन हूं, और मुझे खाना छोड़ना पड़ा। पिछले डेढ़ साल से मैंने चीनी, रोटी, चावल या ब्रेड नहीं खाई है। यह बिल्कुल भी आसान नहीं है। आपको हर किरदार के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करना होता है।” इसके बजाय वह क्या खाते हैं, यह बताते हुए चौधरी ने बताया, “मैंने डेढ़ साल तक सिर्फ एक ही तरह का खाना खाया, केवल उबला हुआ खाना. इसका कोई स्वाद नहीं होता, लेकिन आखिरकार, मुझे ये टेस्टी लगने लगा. अब मेरी भूख इतनी बढ़ गई है कि अगर मैं कुछ भी अनहेल्दी खाऊं, तो वो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगेगा.” 

बॉयल्ड फूड खाने का असरमशहूर डाइटीशियन आयुषी यादव (Ayushi Yadav) ने बताया कि अगर आप एक साल या इससे ज्यादा वक्त तक सिर्फ उबला हुआ खाना खाएंगे तो सेहत पर इसका कैसा असर पड़ेगा. उनके मुताबिक ऐसा करने का सबसे पॉजिटिव असर ये होगा कि आप फैट इनटेक कम करेंगे जिससे वेट लॉस देखने को मिलेगा. इसके अलावा डाइजेशन सही रहेगा, दिल की बीमारियों का खतरा भी काफी हद तक घट जाएगा. यानी आपकी सेहत ओवरऑल बेहतर हो जाएगी.

सिर्फ उबला हुआ भोजन करने के नुकसान
डाइटीशियन आयुषी यादव ने बताया कि सिर्फ बॉयल्ड फूड खाने से कुछ न्यूट्रिएंट्स की कमी हो सकती है जिसमें विटामिन बी कॉम्पलेक्स और विटामिन सी शामिल है. इसकी वजह है कि दोनों वॉटर सॉल्यूएबल विटामिंस होते हैं. हालांकि सूप के तौर पर पिएंगे तो पोषक तत्व की कमी नहीं होगी. इसके अलावा अगर आप हेल्दी फैट डाइट में शामिल नहीं करेंगे तो शरीर में फैट सॉल्यूएबल विटामिंस (A, D, E और K) का एब्जॉर्ब्शन कम हो सकता है. इस बात का ख्याल रखें कि सब्जी को हद से ज्यादा बॉयल न करें क्योंकि इससे फाइबर और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का लॉस हो सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



Source link