एबी डिविलियर्स का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका की टीम ने पिछले कुछ वर्षों में अनुचित आलोचना का सामना किया है. उसने कई बदलाव के बावजूद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है. दक्षिण अफ्रीका ने पहली बार डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया है और वह जून में लॉर्ड्स में प्रबल दावेदार ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा. दक्षिण अफ्रीका की टीम ने घरेलू सरजमीं पर भारत के खिलाफ दो मैचों की श्रृंखला ड्रा कराई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी अन्य प्रमुख टेस्ट टीमों से नहीं खेली.
टीम की आलोचना हुई
डिविलियर्स ने पत्रकारों से कहा, ‘मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण अफ्रीका की अनुचित आलोचना हुई है. आपको टीम के बारे में राय देने से पहले पिछले तीन से पांच वर्षों में हुए सभी बदलावों को ध्यान में रखना होगा.’ उन्होंने कहा, ‘कई अनुभवी खिलाड़ी संन्यास ले रहे हैं. कोचिंग स्टाफ में काफी बदलाव हुआ है. टीम में कई बदलाव हुए हैं तथा कई नई चेहरे टीम से जुड़े हैं. दो नए कोच शुक्री कॉनराड टेस्ट टीम और रोब वाल्टर सीमित ओवरों की टीम का संचालन कर रहे हैं.’
‘2008 से 2015 तक दुनिया की टॉप टीमों में…’
डिविलियर्स ने कहा, ‘हमारी टीम में कई नई चीजें हुई हैं. इसके बावजूद हमारी टीम ने टी20 विश्व कप फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और अब डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाई है. यह वास्तव में अविश्वसनीय है और मुझे लगता है कि इसे हासिल करने के लिए उन्हें बहुत अधिक श्रेय मिलना चाहिए.’ डिविलियर्स ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका की मौजूदा टीम को ग्रीम स्मिथ की टीम की तरह निरंतरता हासिल करने के लिए अधिक से अधिक दौरे करने होंगे. उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम 2008 से 2015 तक दुनिया की शीर्ष टीमों में शामिल थी. वर्तमान टीम को उसकी जैसी निरंतरता हासिल करने में अभी थोड़ा समय लगेगा.’
नजरअंदाज नहीं करेंगे
डिविलियर्स ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी फाइनल में जीत के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा, लेकिन वह दक्षिण अफ्रीका को नजरअंदाज नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका की टीम ने असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है, इससे पता चलता है कि वे सकारात्मक क्रिकेट खेल रहे हैं, वे अनुकूल परिणाम हासिल करने के लिए खेल रहे हैं और मुझे उनकी यह बात पसंद है.’