ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया को कंगारुओं के खिलाफ 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था. भारत इसी के साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से भी बाहर हो गया था. भारत के कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर की गर्दन पर तलवार लटकी हुई है. बीसीसीआई ने आलोचनाओं से घिरे रोहित शर्मा और गौतम गंभीर के साथ शनिवार को 2 घंटे से भी ज्यादा समय तक मीटिंग की और ऑस्ट्रेलियाई दौरे की समीक्षा की.
2 घंटे की मीटिंग में क्या-क्या हुआ?
BCCI ने हालांकि अभी तक कोई बड़ा फैसला नहीं लिया है. यह मीटिंग मुंबई के एक पांच सितारा होटल में हुई और इसमें रोहित और गंभीर के साथ बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सचिव देवजीत सैकिया भी मौजूद थे. BCCI के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘बॉर्डर गावस्कर सीरीज में प्रदर्शन, क्या गलत हुआ और क्या सुधार की जरूरत है, इस पर काफी चर्चा हुई, लेकिन बीसीसीआई के नए प्रबंधन से जल्दबाजी में कोई फैसला लेने की उम्मीद न करें.’
चैंपियंस ट्रॉफी रोहित-गंभीर के लिए अग्निपरीक्षा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 से सीरीज हार के बाद भारत ने 10 साल में पहली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवा दी. पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में हार के कारण टीम इंडिया इस साल जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से भी बाहर हो गई थी. यह समझा जाता है कि चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा.
सवालों के घेरे में रोहित-कोहली का भविष्य
भारत की अगली बड़ी टेस्ट सीरीज जून में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि 37 वर्षीय रोहित को उस सीरीज के लिए नहीं चुना जाएगा. विराट कोहली का भविष्य भी सवालों के घेरे में है, हालांकि माना जा रहा है कि वह अभी थोड़ी बेहतर स्थिति में हैं. ऑस्ट्रेलिया के दौरे में पर्थ में शतक लगाने के बावजूद कोहली 23.75 की औसत से केवल 190 रन ही बना सके. दूसरी तरफ पहले और पांचवें टेस्ट में नहीं खेलने वाले रोहित ने पांच पारियों में 6.2 की औसत से 31 रन बनाए.