Public Opinion : महंगा हुआ आटा, दाल! अगर घर का हिसाब बिगड़ा तो… बजट-2025 पर मेरठ की महिलाओं की बेबाक राय

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Last Updated:January 10, 2025, 20:16 ISTPublic Opinion : मंत्री निर्मला सीतारमण एक महिला हैं. ऐसे में आम महिलाओं की बजट से उम्मीद और भी ज्यादा बढ़ जाती है. बजट-2025 का काउंटडाउन शुरू हो गया. इसलिए घर से  लेकर चौपाल तक बजट पर चर्चा शुरू हो गई है. इन्हीं बातों का…और पढ़ेंX

सांकेतिक फोटो मेरठ : नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट इस साल 1 फरवरी 2025 पेश किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला लगातार 8 वां बजट पेश कर एक नया रिकॉर्ड बनाएंगीं. एक्सपर्ट के अनुसार अपने तीसरे कार्यकाल के दूसरे बजट में सरकार महिलाओं-किसानों और युवाओं के लिए खजाना खोल सकती है. दिल्ली चुनाव से ठीक पहले युवाओं के लिए रोजगार बढ़ाने के उपाय बजट में दिखाई दे सकते हैं, तो महिलाओं के लिए भी सरकार बड़ी घोषणा कर सकती है. मंत्री निर्मला सीतारमण एक महिला हैं. ऐसे में आम महिलाओं की बजट से उम्मीद और भी ज्यादा बढ़ जाती है. बजट-2025 का काउंटडाउन शुरू हो गया. इसलिए घर से  लेकर चौपाल तक बजट पर चर्चा शुरू हो गई है. इन्हीं बातों का खास ध्यान रखते हुए लोकल-18 टीम ने मेरठ में महिलाओं से बजट-2025 को लेकर खास बात की. जिसमें महिलाओं ने अपनी खुलकर राय रखी.

हाउसवाइफ़ कविता शर्मा ने बताया कि सरकार को बजट बनाते समय रसोई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि अगर रसोई का बजट जरा सा भी गड़बड़ा जाता है. तो उसका असर पूरे परिवार पर देखने को मिलता है. बढ़ती महंगाई के कारण सबसे जरूरी दो वक्त की रोटी होती है. लेकिन जब महंगाई का असर घर की रसोई पर पड़ता है. तो उसे बच्चों की शिक्षा सहित अन्य सभी पर भी असर देखने को मिलता है.

महंगी हुई घरेलू उपयोग की चीजेंहाउसवाइफ़ दीपिका ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा पहले सिलेंडर पर सब्सिडी दी जाती थी. जो उनके अकाउंट में जमा होती थी. उससे उन्हें काफी राहत मिलती थी. क्योंकि जब भी उन्हें आवश्यकता होती थी वह उसे पैसे के माध्यम से अन्य व्यवस्थाएं कर लेती थी. लेकिन अब देख रही है कि सिलेंडर पर सब्सिडी अकाउंट में नहीं आती. उससे कहीं ना कहीं उनके जीवन पर भी असर पड़ रहा है. साथ ही दाल, चीनी, सब्जियां समेत सभी घरेलू पहले के मुकाबले बहुत महंगी हो गई है. लोगों की इनकम अब घटती जा रही है. ऐसे में सरकार को गरीब लोगों का विशेष ध्यान देना होगा.

शिक्षा और हेल्थ पर करें फोकससलमा कहती हैं कि सरकार को शिक्षा और हेल्थ पर विशेष फोकस करना चाहिए. अगर किसी गरीब को अपने बच्चों को पढ़ना हो तो प्राइवेट स्कूल का खर्च वो नहीं उठा सकते ऐसे में सरकारी स्कूल में पढ़ाई अच्छी होनी चाहिए. इसी तरह से अगर किसी का हेल्थ खराब हो जाए तो महंगाई के इस दौर में ट्रीटमेंट कराना सबके बस में नहीं है. भारत सरकार द्वारा आयुष्मान योजना को भी बढ़ावा दिया गया है. लेकिन अब भी काफी ऐसे लोग हैं इस योजना से वंचित हैं ऐसे में सरकार को आयुष्मान योजना में थोड़ा बदलाव करना चाहिए.

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