बरेली: बरेली अपने विकास के चलते पूरे भारत में जानी जाती है. बरेली का कुदेशिया फ्लाईओवर कुतुबखाना से नैनीताल तक की सड़क को जोड़ता है. हाल ही में नगर निगम ने इस फ्लाईओवर पर लगे लाइट के खंभों पर त्रिशूल लगाया है. त्रिशूल भगवान भोलेनाथ की आस्था का प्रतीक माना जाता है. फ्लाईओवर के खंभों पर लगे त्रिशूल दूर से ही आकर्षित दिखता है. श्रद्धालु दूर- दूर से इसे देखने आते हैं. यहां पर ऐसा प्रतीत होता है कि मानो वो भगवान शिव की नगरी में घूम रहे हों.बरेली नगर निगम के पूर्व पार्षद राजेश कुदेशिया ने लोकल 18 से एक विशेष बातचीत में बताया कि नाथनगर बरेली की पहचान है. नगर निगम की ओर से भगवान शिव के प्रतीक त्रिशूल को फ्लाईओवर और अन्य स्थानों पर लगाना एक सराहनीय पहल है. बरेली के मेयर डॉक्टर उमेश गौतम की पहल से कुदेशिया फ्लाईओवर और अन्य जगहों पर त्रिशूल लगाने से शहर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.खंभों पर त्रिशूल लगाने से शहर बना आकर्षण का केंद्रलोकल 18 से विकल्प कुदेशिया ने ग्राउंड जीरो से फ्लाईओवर का पूरा व्यू दिखाते हुए बताया कि यह फ्लाईओवर कुतुबखाना को नैनीताल से जोड़ता है. यहां पर लगे त्रिशूल भगवान शिव की नगरी का प्रतीक हैं. यह स्थान आस्था का केंद्र बन गया है. इस फ्लाईओवर पर लाइट के खंभों पर त्रिशूल लगाए गए हैं, जो भगवान शिव का प्रतीक माने जाते हैं. इसे देखने के लिए लोगों में काफी रोमांच बढ़ रहा है.फ्लाईओवर को त्रिशूल से सजाया गयानगर निगम से बरेली के पूर्व पार्षद राजेश कुदेशिया ने एक खास बातचीत के दौरान बताया कि बरेली का कुदेशिया फ्लाईओवर कुतुबखाने की सड़क को नैनीताल तक जोड़ता है. अब नगर निगम की पहल से यहां पर लगे लाइट के खंभों पर त्रिशूल लगा कर सजा दिया गया है. आपको बता दे त्रिशूल भगवान भोलेनाथ की आस्था का प्रतीक माना जाता है. जो की दूर से काफी आकर्षित लगता है .और इसे देखने श्रद्धालु काफी दूर दराज से आते. इसे देखकर ऐसा लगता है कि भगवान शिव की नगरी में घूम रहे हो.FIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 18:55 IST