Travis Head Jaspreet Bumrah: ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ट्रैविस हेड एक बार फिर से भारतीय टीम के लिए ‘काल’ साबित हुए. उन्होंने टीम इंडिया के खिलाफ लगातार दूसरे मैच में शतक लगाया. एडिलेड में 140 रन की पारी खेलने वाले हेड ने ब्रिस्बेन में 152 रन बनाए. भारत के खिलाफ पिछली 6 पारियों में उनका यह तीसरा शतक है. ऑस्ट्रेलिया के इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने माना कि तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन वह जसप्रीत बुमराह के शानदार स्पैल से बचकर भाग्यशाली रहे.
बुमराह से बचने में रहे कामयाब
हेड ने शतकवीर स्टीव स्मिथ (101) के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को सात विकेट पर 405 रन के विशाल स्कोर तक पहुंचाया. हेड ने ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर से कहा, ”मैं बुमराह के अच्छे स्पैल से बचकर थोड़ा भाग्यशाली रहा. वह शुरुआत में स्टंप के बेस पर गेंद फेंकते हैं. मुझे लगता है कि यह प्रतिक्रिया करने के बारे में है. उनके पास अच्छी बाउंसर है. उनके पास शानदार विकेट लेने वाली गेंदें हैं.”
भारत पर दबदबे से खुश
हेड ने कहा, ”मैं मानता हूं कि उनके (बुमराह) खिलाफ सकारात्मक रहना महत्वपूर्ण है. इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे उनके खिलाफ रन बनाने की जरूरत है बल्कि यह मेरे फॉरवर्ड डिफेंस के साथ सक्रिय रहने के बारे में है.” हेड भारत पर अपना दबदबा बनाए रखने से खुश हैं. उन्होंने पिछले साल ओवल में डब्ल्यूटीसी फाइनल में शतक बनाया था और फिर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में एडिलेड में शतक बनाया था.
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‘भारत का सामना करना बहुत चुनौतीपूर्ण’
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने कहा, ”हम भारत के साथ बहुत अधिक खेलते हैं. रन बनाना अच्छा है. इस हफ्ते भी रन बनाना विशेष है. मुझे लगा कि मैंने एडिलेड और पर्थ में अच्छी बल्लेबाजी की. भारत का सामना करना बहुत चुनौतीपूर्ण हैं. उनके खिलाफ जितना संभव हो उतना सकारात्मक रहना चाहिए.” हेड ने स्मिथ की भी प्रशंसा की जिनके साथ उन्होंने चौथे विकेट के लिए 200 से अधिक रन की साझेदारी की और ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाया.
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स्टीव स्मिथ की जमकर तारीफ
ट्रेविस ने कहा, ”मैंने हमेशा स्टीव के बारे में इस बात का आनंद लिया है. मैंने महसूस किया है कि जब वह लय में होता है और अच्छी बल्लेबाजी करता है तो मेरी ओर किसी का ध्यान नहीं जाता. मुझे लगा कि वह सही में अच्छा खेल रहा था.” यह 30 वर्षीय खिलाड़ी टेस्ट में अपना पहला दोहरा शतक बनाने के लिए आगे बढ़ रहा था लेकिन वह इस उपलब्धि से चूकने से बहुत दुखी नहीं दिखे. उन्होंने कहा, ”मैं सिर्फ रन बनाने की कोशिश कर रहा हूं. अगर खेल में रन बनाने का मौका मिलता है तो मैं रन बनाना चाहता हूं. मैं यहां मील के पत्थर हासिल करने के लिए नहीं आया हूं, मैं वाकई लड़कों के लिए अच्छा खेलना चाहता हूं. मुझे टीम से लगाव है. मैं जो करता हूं, उसका आनंद लेता हूं. मैं वही करने की कोशिश करता हूं, जिसकी टीम को जरूरत है.”